स्वo रामलखन सिंह यादव की जयंती को राजकीय समारोह के रूप में मनाया जाएगा: सीएम
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कहा है कि अब से हर साल 9 मार्च को स्वo रामलखन सिंह यादव की जयंती को राजकीय समारोह के रूप में मनाया जाएगा. वे रविवार को राजधानी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल (Sri Krishna Memorial Hall, Patna) में आयोजित रामलखन सिंह यादव स्मृति समारोह (Ramlakhan Singh Yadav Memorial Ceremony) में बोल रहे थे.
इस अवसर पर उन्होंने स्वर्गीय रामलखन सिंह यादव (Late Ramlakhan Singh Yadav) के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम का उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि रामलखन सिंह यादव स्मृति समारोह का आज आयोजन किया गया है. रामलखन सिंह यादव जी का जन्म 9 मार्च, 1920 को हुआ था. उन्होंने जो काम किया है उसकी चर्चा कई लोगों ने की है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जब विधायक थे तो उनके मंत्रीत्व काल को भी नजदीक से देखा था. वे केंद्र सरकार और राज्य सरकार में मंत्री रहे थे और विकास के कई कार्य किए थे. वे हमें काफी मानते थे. रामलखन बाबू आजादी की लड़ाई लड़े थे. उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम किया, कई स्कूलों और कॉलेजों का निर्माण कराया. उन्होंने समाज के सभी वर्ग के लोगों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया. वे चाहते थे कि सभी लोगों तक शिक्षा पहुंचे.
उन्होंने आगे कहा कि मेरा जन्म बख्तियारपुर (Bakhtiyarpur) में हुआ है. मेरे पिताजी स्वतंत्रता सेनानी थे और बख्तियारपुर में स्कूल का निर्माण कराया था, साथ ही कॉलेज का निर्माण कराना चाहते थे. इसी दौरान राम लखन बाबू ने बख्तियारपुर में कॉलेज का निर्माण कराया. हम अक्सर जाकर उस कॉलेज को देखते रहते हैं. रामलखन बाबू ने पटना, पालीगंज, बख्तियारपुर, गया, जहानाबाद, औरंगाबाद सहित कई जगहों में कॉलेज का निर्माण कराया. बिहार के किसी नेता ने इतने बड़े पैमाने पर कॉलेज नहीं बनवाया है. रामलखन बाबू के पुत्र प्रकाशचंद्र बाढ़ से सांसद थे. उनके बाद बाढ़ से हम सांसद बने. इनसे भी मेरा व्यक्तिगत संबंध है. रामलखन बाबू के पौत्र जयवर्धन यादव विधायक रहते हुए अपने क्षेत्र में काफी काम किए. वे काफी मेहनती हैं.
शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कर रहे हैं काम – सीएम
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग शिक्षा के क्षेत्र में लगातार काम कर रहे हैं. लड़कियों के लिए साइकिल योजना और पोशाक योजना चलाई गई. 22 हजार स्कूल के भवनों का निर्माण करवाया गया. अनुसूचित जाति-जनजाति समाज के जो बच्चे पहले स्कूल नहीं जा पाते थे, उन्हें स्कूल पहुंचाया गया. बड़ी संख्या में शिक्षकों की बहाली की गई. अब स्कूलों में पढ़नेवाली लड़कियों की संख्या लड़कों के बराबर हो गई है. बड़े पैमाने पर शिक्षकों की और बहाली की जाएगी. सभी जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज खोला गया. मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं.
लगाई जाएगी उनकी मूर्ति – सीएम
उन्होंने कहा कि रामलखन बाबू को याद रखना है. वे अपने हित में नहीं बल्कि लोगों के हित के लिए हमेशा काम करते रहें. पटना में रामलखन सिंह यादव कॉलेज परिसर में उनकी मूर्ति लगाई जाएगी. इस पर शीघ्र काम किया जाएगा ताकि रामलखन बाबू को लोग हमेशा याद रखें और नई पीढ़ी को उनके बारे में जानकारी मिले.
राज्य का प्रजनन दर घटा – सीएम
उन्होंने कहा कि सभी लोग अपनी बच्चियों को जरूर पढ़ाएं. अपने बच्चों को भी पढ़ाएं. बिहार में पहले प्रजनन दर 4.3 था, लड़कियों के शिक्षित होने से यह घटकर 2.9 पर आ गया है. एक सर्वे से पता चला कि पति-पत्नी में अगर पत्नी मैट्रिक पास है तो देश का प्रजनन दर 2 था और बिहार का भी प्रजनन दर 2 था. पति-पत्नी में अगर पत्नी इंटर पास है तो देश का प्रजनन दर 1.7 था और बिहार का प्रजनन दर 1.6 था. हमलोगों ने तय किया कि लड़कियों को शिक्षित करेंगे. महिलाओं को आगे बढ़ाएंगे. उन्होंने कहा कि समाज में आपस में झगड़ा न करें, प्रेम और भाईचारा रखें, सभी मिलजुलकर रहें. रामलखन सिंह यादव स्मृति समारोह के आयोजन के लिए मैं आयोजकों को धन्यवाद देता हूं और आप सभी इतनी बड़ी संख्या में उपस्थित हैं, मैं सभी लोगों का अभिनंदन करता हूं.
कार्यक्रम में रामलखन सिंह यादव स्मृति मंच के लोगों एवं स्वर्गीय रामलखन सिंह यादव के परिवारजनों द्वारा मुख्यमंत्री को पुष्प गुच्छ एवं अंग वस्त्र भेंटकर स्वागत किया गया. कार्यक्रम में स्वर्गीय रामलखन सिंह यादव के पुत्र एवं पूर्व सांसद प्रकाशचंद्र, पूर्व विधान पार्षद लालदास राय सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण और बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उपस्थित थे.
(इनपुट-विज्ञप्ति)