फिर गरमाई बिहार की सियासत, सुशील मोदी ने RJD-कांग्रेस के रिश्ते पर किया प्रहार
Patna (TBN – The Bihar Now डेस्क) | बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है बिहार की सियासत में बयानों के तीखे तीर चलने शुरू हो गए हैं. सोमवार को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कई ट्वीट कर राजद और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए लिखा कि कांग्रेस में गैर-गांधी अध्यक्ष की लोकतांत्रिक मांग के लिए 23 बड़े नेताओं ने जो चिट्ठी लिखी, उन्हें राहुल गांधी ने पार्टी-विरोधी साजिश बता दिया. इधर राजद खुद को समुद्र और केंद्रीय मंत्री रह चुके राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह को “एक लोटा पानी” बता रहा है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब न डॉ. राजेंद्र प्रसाद और न सरदार पटेल की पार्टी रही. उसी तरह लालू प्रसाद की पार्टी का लोहिया-जेपी के आदर्शों से कोई वास्ता नहीं रहा.
कांग्रेस और राजद के गुण-चरित्र एक
सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा की कांग्रेस और राजद अगर बीस साल से साथ हैं, तो दोनों के गुण-चरित्र में समानता स्वाभाविक ही है. बल्कि दोनों एक-दूसरे से सीखते नजर आते हैं. कांग्रेस के नाम यदि राष्ट्रमंडल खेल घोटाला, आदर्श सोसायटी और कोल ब्लॉक आवंटन जैसे बड़े घोटाले हैं, तो राजद के नाम चारा, अलकतरा और माल-मिट्टी घोटाले हैं. कांग्रेस और राजद दोनों ने मुसलिम समुदाय की तरक्की के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन इन्हें डरा कर सत्ता की मलाई खूब काटी.
रघुवंश प्रसाद सिंह के बहाने साधा निशाना
सुशील मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद के करीबी रहे रघुवंश प्रसाद सिंह ने राजद में अपराध के राजनीकरण का यथाशक्ति विरोध किया और सामान्य वर्ग के लोगों के लिए 10 फीसद आरक्षण देने के केंद्र सरकार के फैसले का नीतिगत समर्थन किया. यदि वे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पद से इस्तीफा वापस नहीं लेते, तो माना जाएगा कि राजद ऊंची जाति के गरीबों का भला नहीं चाहता.
अरुण जेटली की भी आयी याद
सुशील मोदी ने आगे कहा जेपी के छात्र आंदोलन से निखरे अरुण जेटली ने अपने बेदाग संसदीय जीवन में महत्त्वपूर्ण योगदान किया. वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने कर प्रणाली में ऐतिहासिक सुधार करने वाला जीएसटी लागू किया. भाजपा-जदयू को एक मजबूत राजनीतिक गठबंधन का स्वरूप देने में अरुण जेटली ने एक दूरदर्शी संगठनकर्ता की भूमिका निभायी. एनडीए बना कर उन्होंने बिहार को अंधी सुरंग से निकाल कर विकास के राजपथ पर ला दिया. अरुण जेटली की पहली पुण्यतिथि पर उन्हें शत्-शत् नमन.