नीतीश के ‘लड़कियां कपड़े नहीं पहनती’ वाली टिप्पणी से एक और विवाद हुआ खड़ा
बेगुसराय में अपनी प्रगति यात्रा के दौरान महिलाओं के साथ बातचीत में मुख्यमंत्री ने कथित तौर पर कहा था कि “लड़कियाँ पहले कपड़े नहीं पहनती थीं” और अब “हर कोई इतने अच्छे कपड़े पहन रही है”.
बेगुसराय / पटना (The Bihar Now डेस्क)| बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) एक बार फिर अपने उस कथित ‘सेक्सिस्ट’ टिप्पणी (‘sexist’ remark) से विवाद में आ गए हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि पहले लड़कियां कपड़े नहीं पहनती थीं. उन्होंने यह टिप्पणी शनिवार 18 जनवरी को बेगुसराय में अपनी प्रगति यात्रा (Pragati Yatra) के दौरान जीविका दीदियों (Jeevika Didis) के एक समूह के साथ बातचीत करते हुए की. हालांकि उनके कहने का आशय कुछ और था. वे कहना चाह रहे थे कि जीविका दीदियाँ अब पहले से बेहतर दिख रही हैं.
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता (Leader of the Opposition) तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने इस टिप्पणी के लिए नीतीश कुमार की आलोचना की. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर घटना का एक वीडियो साझा करते हुए राज्य की महिलाओं का जिक्र करते हुए इस टिप्पणी को बिहार की आधी आबादी का अपमान बताया.
तेजस्वी द्वारा साझा किये गये वीडियो में नीतीश कुमार यह कहते हुए सुने जा रहे हैं, “अब यह [स्थिति] इतनी अच्छी हो गई है [कि] हर कोई इतने अच्छे कपड़े पहन रहा है और वे बहुत अच्छा बोलते हैं. पहले तो वे बोल नहीं पाते थे. मैं जहां भी जाता हूं, जीविका दीदियों से मिलने जाता हूं. क्या हमने उन्हें पहले कपड़े पहने हुए देखा था?” बता दें, नीतीश का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल (Viral Video) हो गया है.
तेजस्वी यादव ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “पहले बिहार की बेटियां सिर्फ कपड़े ही नहीं, स्वाभिमान, स्वावलंबन और सम्मान भी पहनती थीं, नीतीश कुमार जी. ‘महिलाओं के वस्त्र वैज्ञानिक’ न बनें! आप एक मुख्यमंत्री हैं, महिला फैशन डिजाइनर नहीं. ‘महिलाओं के वस्त्र विशेषज्ञ’ बनकर अपनी घटिया सोच प्रदर्शित करना बंद करें. यह एक बयान नहीं है, बल्कि बिहार की आधी आबादी का सीधा अपमान है.”
जब मुख्यमंत्री, जो जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख हैं, ने यह टिप्पणी की तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और जद (यू) के कैबिनेट मंत्री विजय चौधरी भी वहां मौजूद थे और वे नीतीश की टिप्पणी से असहज हो गए. वीडियो में वे नीतीश कुमार को उनसे आगे बढ़ने का आग्रह करते देखा जा सकता है.
पहले भी दिया था विवादित बयान
यह पहली बार नहीं है कि नीतीश कुमार ने कोई विवादास्पद टिप्पणी की है. 2023 में उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण में महिलाओं की शिक्षा की भूमिका पर राज्य विधानसभा में एक बयान दिया था और उनकी काफी आलोचना हुई थी.
अगले ही दिन उन्होंने हाथ जोड़कर माफ़ी मांगी. उस वक्त बीजेपी बिहार में विपक्ष में थी और उन्होंने उनके इस्तीफे की मांग की थी. इस टिप्पणी को लेकर पार्टी ने तब विधानसभा के अंदर विरोध प्रदर्शन किया था.
पिछले साल, लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान, नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद पर व्यक्तिगत हमला करते हुए कहा था कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कोई काम नहीं किया और “केवल बच्चे पैदा किए”.
तेजस्वी ने नीतीश पर बोला हमला
तेजस्वी यादव ने अपनी मां व राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आधिकारिक आवास 10, सर्कुलर रोड के बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए महिलाओं के कपड़ों पर उनकी टिप्पणी को लेकर नीतीश कुमार पर हमला बोला.
तेजस्वी ने कहा, “उन्होंने इस तरह के बयान जारी कर पूरे बिहार का सिर नीचा कर दिया है. मेरे पास निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं. वह साफ तौर पर कह रहे हैं कि पहले महिलाएं कपड़े नहीं पहनती थीं. क्या उनके कहने का मतलब यह है कि पहले महिलाएं पत्तियां पहनकर घूमती थीं? नीतीश कुमार को अपनी महिला विधायकों और महिला मंत्रियों से पूछना चाहिए कि क्या वे पहले नंगी घूमती थीं या क्या? महिला विधायकों को बताना चाहिए कि वे पहले कपड़े पहनती थीं या नहीं?”
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहले भी इस तरह के बयान दिए हैं और अभी भी इस तरह के बयान दे रहे हैं. तेजस्वी ने कहा कि “उनके बयान ने साबित कर दिया है कि वह अब मुख्यमंत्री के रूप में राज्य चलाने में सक्षम नहीं हैं. मैं कई दिनों से कह रहा हूं कि एक थका हुआ सीएम सेवानिवृत्त अधिकारियों के साथ राज्य चला रहा है. उनके पास कोई दृष्टिकोण नहीं है.”