“जिंदा व्यक्ति दिल्ली में, पोस्टमार्टम हो रहा बिहार में”: उपेन्द्र कुशवाहा
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| दिल्ली से पटना लौटे जदयू नेता उपेन्द्र कुशवाहा (JDU leader Upendra Kushwaha) ने पटना एयरपोर्ट (Patna Airport) पर मीडिया की बातों का जवाब देते हुए कहा कि हमें आश्चर्य हो रहा है कि एक व्यक्ति जो दिल्ली (Delhi) के अस्पताल में 10 प्रतिशत जिंदा है, उसका पोस्टमार्टम बिहार में हो रहा है. बता दें, बिहार की राजनीति (Politics of Bihar) में उपेंद्र कुशवाहा की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है. उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को मीडिया के सामने कई मुद्दों पर अपनी बातें रखीं.
दिल्ली में इलाज के दौरान बीजेपी के कई नेताओं (BJP Leaders met Upendra Kushwaha) ने उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की थी. इसके बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि उपेंद्र कुशवाहा जदयू छोड़कर बीजेपी में शामिल होने वाले हैं.
जेडीयू में जो जितना बड़ा नेता वो उतना ही बीजेपी के सम्पर्क में
इसको लेकर उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी सफाई देते हो कहा है कि बीजेपी नेताओं से मुलाकात की बात को तूल दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के किसी नेता से मुलाकात का मतलब हम बीजेपी के संपर्क में हैं, जिस संपर्क की बात कही जा रही है, ऐसे में तो बीजेपी नेताओं से हमारी पार्टी के जो जितना बड़ा नेता हैं वो उतना ही ज्यादा संपर्क में हैं. अब उपेंद्र कुशवाहा के साथ एक तस्वीर क्या आ गई, इसका बतंगड़ बनाया जा रहा है. इसका कोई मतलब नहीं है.
इसका राजनीतिक मतलब निकालना कहां तक उचित
कुशवाहा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि किसी के साथ किसी का व्यक्तिगत संबंध हो सकता है और अस्पताल में यदि कोई व्यक्ति मिल रहा हो, तो इसका राजनीतिक अर्थ निकालना कहां तक उचित है.
उन्होंने कहा, कि एक व्यक्ति जो अस्पताल में 100 फीसदी जिंदा भर्ती है और उसका पोस्टमार्टम बिहार में लोग कर रहे हैं. चिकित्सा विज्ञान की यह सबसे नवीनतम तकनीक है कि 100 फ़ीसदी जिंदा व्यक्ति दिल्ली में भर्ती है और उसका पोस्टमार्टम बिहार में हो रहा है, यह हमने देखा है.
जब उनसे नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के उस बात का जिक्र किया गया जिसमें नीतीश ने कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा दो-तीन बार पहले भी बाहर गए हैं और आए हैं, तब इसपर कुशवाहा ने कहा, “आज इसका क्या मतलब है. हम यह कह रहे हैं कि हमारी पार्टी ही दो बार तीन बार भारतीय जनता पार्टी के संपर्क में गई और फिर बीजेपी के संपर्क से हट गई. पार्टी अपनी रणनीति के हिसाब से जो आवश्यक होता है वह करती है. हमारे बारे में इसको लेकर अब चर्चा करना है कोई बात है क्या.”
नीतीश कुमार ने कहा था कि उपेन्द्र कुशवाहा फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं, वह खुद फैसला ले सकते हैं – इसपर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “किस बात का फैसला लेना, यह तय करने वाले मेरे अलावा कौन तय कर सकता है. हम जदयू में हैं और हमारी चिंता का विषय है कि जदयू कमजोर हो रहा है. इसकी मजबूती के लिए हम लगातार प्रयास करें और हमारा प्रयास लगातार जारी रहेगा.”
नीतीश कुमार ने कहा था कि अगर उपेंद्र कुशवाहा के दिमाग में ऐसा कुछ आ रहा है तो वह हमसे बात करें – इसपर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “अगर उपेंद्र कुशवाहा को नीतीश कुमार से बात करना होगा तो उसमें माध्यम की जरूरत नहीं है उपेंद्र कुशवाहा को. मीडिया में भी खबर प्रसारित हुई है कि उपेंद्र कुशवाहा बात कर लेंगे मुख्यमंत्री से. हमको आवश्यकता होगी तो हम मुख्यमंत्री से बात कर लेंगे.”
पार्टी हो रही कमजोर
उपेन्द्र कुशवाहा ने मीडिया के सवालों पर कहा कि पार्टी की कमजोरी के खिलाफ कोई व्यक्ति मजबूती से बोल रहा है तो उसके अर्थ का अनर्थ निकाला जा रहा है. अब उसको क्या कहा जाए. हमारी पार्टी के अधिकांश नेता, सबसे अलग व्यक्तिगत रूप से बात कीजिए, सभी का मानना है कि पार्टी कमजोर हो रही है. मीडिया के सामने कोई कुछ नहीं बोलता. लेकिन सच यही है कि अगर कोई बीमार है तो इस बात को स्वीकार करें, तभी इलाज होगा. अगर स्वीकार ही नहीं करेंगे तो इलाज कैसे होगा.
आगे की रणनीति के बारे में पूछने पर कुशवाहा ने कहा कि पार्टी की मजबूती के लिए काम करना ही रणनीति है.
मीडिया ने जब उनसे यह कहा कि बीजेपी कह रही है हम उपेंद्र कुशवाहा का स्वागत करते हैं, तो उपेंद्र कुशवाहा ने जवाब दिया – इसका कोई अर्थ नहीं है.
सुनिए कुशवाहा ने क्या कहा –