आरसीपी सिंह खेमे के 4 सदस्य जदयू से निष्काषित
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार की राजनीति में बड़ी हलचल हुई है जहां जनता दल यूनाइटेड (Janata Dal United) ने आरसीपी सिंह खेमे (RCP Singh Group) के चार सदस्यों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया है. अजय आलोक, अनिल कुमार, विपिन यादव और जितेन्द्र नीरज को पार्टी के पदों से मुक्त कर करते हुए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से भी निलंबित कर दिया गया है.
मंगलवार जारी एक बयान में जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष (JDU’s Bihar State President) उमेश कुशवाहा (Umesh Singh Kushwaha) ने कहा है कि कुछ अधिकारी लगातार अनुशासन का उल्लंघन कर रहे थे. इस कारण उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है. कुशवाहा ने कहा कि कुछ जिलों से कई पदाधिकारियों की शिकायतें मिल रही थी.
उमेश कुशवाहा ने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ इसलिए कार्रवाई की गई है ताकि पार्टी में अनुशासन रहे. आरसीपी सिंह के बेहद करीबी माने जाने वाले जितेंद्र नीरज को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है. जदयू से निकाले गए सभी लोग जदयू नेता और केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह के करीबी माने जाते हैं.
बता दें कि हाल ही में जदयू नेतृत्व की ओर से कहा गया था कि अगर किसी ने सोशल मीडिया पर पार्टी विरोधी बयान लिखा या दिया तो उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने भी हाल ही में एक चेतावनी पत्र जारी किया था. उस वक्त यह माना गया था कि आरसीपी सिंह समर्थकों के लिए ही वह चेतावनी पत्र जारी की गई थी.
पार्टी की छवि खराब करने वालों को सख्त चेतावनी
जनता दल यूनाइटेड स्टेट के अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर पार्टी की छवि खराब करने वालों को सख्त चेतावनी जारी की थी. प्रदेश अध्यक्ष ने साफ शब्दों में कहा था कि जो लोग सोशल मीडिया पर पार्टी की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं उनसे सख्ती से निपटा जाएगा.
कुशवाहा ने तब भी चेतावनी दी थी कि जो लोग पार्टी में रहते हुए अभद्र बयान देते हैं या पोस्ट करते हैं, वे पार्टी के पक्ष में नहीं हो सकते. जदयू एक सुसंस्कृत पार्टी है, जो लोहिया, जयप्रकाश और कर्पूरी की विचारधारा पर चलती है.
उन्होंने कहा था कि जदयू पार्टी के सर्वाधिक मान्यता प्राप्त नेता माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एक संगठित पार्टी है, जिसकी एक अलग पहचान है. हम सब उनकी विचारधारा को आगे बढ़ा रहे हैं.
आदेश में यह लिखा है
मंगलवार को जारी आदेश में जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने लिखा – “पार्टी के पदाधिकारी दल को मजबूत एवं सशक्त करने के लिये बनाये जाते है, और उनसे अपेक्षा की जाती है कि अपनी पूरी क्षमता/उर्जा का इस्तेमाल पार्टी एवं पार्टी के सर्वमान्य नेता श्री नीतीश कुमार जी को मजबूती प्रदान करने में लगायेंगे. इसके विपरीत पिछले कई महिनों से ऐसी कई जिलो से लगातार सूचना मिल रही है कि पार्टी के कुछ पदाधिकारी दलहित के विपरीत पार्टी का समानांतर कार्यक्रम चलाने की भूमिका अदा कर रहे है एवं पार्टी पदाधिकारी के नाम पर पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच गलत संवाद स्थापित कर दिग्भ्रमित कर रहे है. कुछ पदाधिकारियों को व्यक्तिगत तौर पर बात कर ऐसे कृत्यों से परहेज करने का परामर्श दिया गया, इसके बावजूद ऐसे कृत किये जा रहे है, जो पूर्णतः दल विरोधी है. अतः प्रदेश महासचिव श्री अनील कुमार, प्रदेश महासचिव श्री विपीन कुमार यादव एवं प्रदेश प्रवक्ता डॉ० अजय आलोक को पद से मुक्त करते हुए दल के प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जाता है. इसके अतिरिक्त भंग समाज सुधार सेनानी के प्रकोष्ठ अध्यक्ष श्री जितेन्द्र नीरज को भी प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किया जाता है. कुशवाहा ने कहा था कि सोशल मीडिया फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम या यूट्यूब पर पार्टी विरोधी बयान देने या पार्टी विरोधी टिप्पणी करने वालों के खिलाफ पार्टी सख्त कार्रवाई करेगी और ऐसे लोगों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने आम कार्यकर्ताओं से चंद लोगों द्वारा चलाई जा रही इस पार्टी विरोधी गतिविधियों से सावधान रहने की भी अपील की.”