20 लाख करोड़ रु. का महापैकेज मजदूरों की पीड़ा पर मरहम
पटना (TBN रिपोर्ट) | कोरोना महामारी से बचाव की दृष्टि से लागू किये गए लॉकडाउन के चलते देश के धंधे रोजगार बंद हो जाने की वजह से देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ा है. इसको ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की जनता को सम्बोधित करते हुए 20 लाख करोड़ रुपये का ऐलान किया है.
इस पर बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि कोरोना संकट से उबरने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा घोषित 20 लाख करोड़ रुपये महापैकेज मजदूरों की पीड़ा पर मरहम है.इसे केवल वोट, चुनाव और तुकबंदी में मन लगाने वाले अर्थव्यवस्था को क्या समझेंगे?
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 20 लाख करोड़ के जिस महापैकेज की घोषणा की उससे स्थानीय स्तर पर छोटे-मझोले उद्योगों का तेजी से विकास होगा.
बिहार-यूपी-झारखंड जैसे पूर्वी राज्यों को ज्यादा लाभ मिलेगा. इससे लाखों कुशल-अकुशल मजदूरों और टेक्नीशियन पेशेवर अपने गृह जिले में ही रोजगार पा सकेंगे.
इस पैकेज से छोटे उद्योगों को बिना गारंटी के 3 लाख करोड़ रुपये के कर्ज मिलेंगे. जिन 45 लाख एमएसएमइ इकाइयों को इसका लाभ मिलेगा, उनसे करोड़ों लोगों की बेरोजगारी दूर होगी.
लालू प्रसाद को डिक्शनरी से गाली खोजने और मजाकिया तुकबंदी से समय निकाल कर पैकेज के फायदे समझने की कोशिश करनी चाहिए.
बिहार के वित्त मंत्री मोदी ने कहा कि जब चीन देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 3.8 फीसद और फ्रांस 9.3 फीसद का आर्थिक पैकेज दे रहा हो, तब भारत में जीडीपी के 10 फीसद का पैकेज अर्थव्यवस्था को लाकडाउन से बाहर निकालने का अभूतपूर्व कदम है. इससे विकास दर बढ़ेगी और पलायन रोकने वाले स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा.
जिनके दिमाग में केवल वोट और चुनाव चलते रहते हैं, वे न अर्थव्यवस्था को समझ सकते हैं, न इसमें निहित गरीब कल्याण उन्हें दिखाई पड़ेगा.
उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मजदूरों की पीड़ा पर मरहम लगाने वाले पैकेज के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया.