मुस्लिम समुदाय के लोगों ने की राम मंदिर में ‘प्राण प्रतिष्ठा’ की सफलता के लिए पूजा-अर्चना
नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| जैसे-जैसे राम मंदिर (Ram Temple) में भगवान राम की मूर्ति के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह (‘Pran Pratishtha’ ceremony) के लिए अयोध्या तैयार हो रही है, लोगों में उत्साह का माहौल बढ़ता जा रहा है. ऐसे में मुस्लिम समुदाय (Muslim community) भी हार्दिक भाव से राम भक्तों को बधाई दे रहा है.
शनिवार को दिल्ली के निज़ामुद्दीन बस्ती (Delhi’s Nizamuddin Basti) में आयोजित एक बैठक में मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने इस अवसर पर देश में स्थायी शांति और सद्भाव के लिए प्रार्थना की. उन्होंने एकता और भाईचारे पर जोर देते हुए मूर्ति प्रतिष्ठा के लिए हिंदू समुदाय को अपनी शुभकामनाएं दीं.
सभा के दौरान मौलाना नासिर अहमद (Maulana Nasir Ahmad) ने न्यूज एजेंसी से बात की और पुष्टि की कि समारोह के दौरान पूरा मुस्लिम समुदाय हिंदुओं के साथ खड़ा है. उन्होंने कहा, ”इस मामले को लेकर मुस्लिम समुदाय में कोई भ्रम नहीं है, हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले को स्वीकार करते हैं और आगामी समारोह के लिए समर्थन व्यक्त करते हैं.”
मौलाना नासिर अहमद ने राष्ट्र में समृद्धि, प्रगति और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की सामूहिक इच्छा पर जोर दिया. बैठक में भाग लेने वाले अरशद ने शुभ अवसरों के दौरान विशेष प्रार्थनाओं के महत्व पर जोर दिया.
उन्होंने कहा, “अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन के साथ, कार्यक्रम की सफलता के लिए विशेष प्रार्थना की गई. मैं सभी नागरिकों के बीच शांति और एकता की आशा व्यक्त करते हुए हिंदू समुदाय को शुभकामनाएं देता हूं.”
उन्होंने आगे कहा कि एकता की भावना में, प्रार्थनाएँ तात्कालिक अवसर तक ही सीमित नहीं हैं बल्कि राष्ट्र की भलाई तक फैली हुई हैं.
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इधर, भाजपा नेता शाज़िया इल्मी (BJP leader Shazia Ilmi) ने मुस्लिम समुदाय की इस सकारात्मक पहल की सराहना करते हुए कहा कि उनका समर्थन एकता की दिशा में एक सराहनीय कदम दर्शाता है.
अयोध्या में भगवान राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी वैश्विक स्तर पर चल रही है, जिसमें दुनिया भर से लोगों के शामिल होने की उम्मीद है.
शांति, प्रगति और सद्भाव के लिए सामूहिक प्रार्थनाएं अयोध्या के इतिहास के इस महत्वपूर्ण क्षण के दौरान धार्मिक सीमाओं को पार करने और एकजुटता की भावना को बढ़ावा देने, साझा मूल्यों की भावना को दर्शाती हैं.
विशेष रूप से, 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह आयोजित किया जाएगा और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ‘प्राण प्रतिष्ठा’ को चिह्नित करने के लिए अनुष्ठान करेंगे. लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में पुजारियों की एक टीम मुख्य अनुष्ठान का नेतृत्व करेगी. समारोह में शामिल होने के लिए कई मशहूर हस्तियों को निमंत्रण मिला है.
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह की अगुवाई में भारत और विदेशों में संगठनों और समूहों द्वारा विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाई गई है. भगवान राम की जन्मभूमि मानी जाने वाली अयोध्या में 2.77 एकड़ भूमि के संबंध में सदियों पुराने विवाद का निपटारा करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को एक सर्वसम्मत निर्णय द्वारा विवादित संपत्ति का कब्जा एक ट्रस्ट को दे दिया था जो राम मंदिर का निर्माण और प्रबंधन के साथ इसकी देखरेख करेगा.
(इनपुट-एजेंसी)