इतनी कड़ाके की ठंढ में 24 जनवरी से खुलेंगे क्या पटना जिला के स्कूल ?
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| शिक्षा विभाग और पटना डीएम के आदेश से पटना जिला के स्कूल टीचर, छात्र और उनके अभिभावक असमंजस्य की स्थिति में है. एक तरफ पटना डीएम ने ठंढ की पराकाष्ठा को देखते हुए 23 जनवरी तक 8वीं कक्षा तक के स्कूल बंद रखने का आदेश पारित किया, वहीं दूसरी तरफ शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने स्कूल खोलने का फरमान जारी कर दिया है. ऐसी स्थिति में मंगलवार 23 जनवरी को जिला के प्राइवेट स्कूल बंद रहें, लेकिन सरकारी स्कूल खुले पर बच्चों की उपस्थिति कम रही.
याद दिला दें, शनिवार 20 जनवरी को अतिरिक्त मुख्य सचिव (शिक्षा) केके पाठक ने पत्र के माध्यम से सभी प्रमंडलीय आयुक्तों से ठंड और शीतलहर की स्थिति के कारण अपने-अपने क्षेत्र के सरकारी और निजी स्कूलों में आठवीं तक की कक्षाओं में शैक्षणिक गतिविधियों को निलंबित करने के संबंध में जिला मजिस्ट्रेटों (डीएम) द्वारा जारी अधिसूचना को तुरंत वापस लेने को कहा था.
अपने पत्र में उन्होंने लिखा था कि स्कूलों को बंद करने का डीएम का आदेश सीआरपीसी की धारा 144 के तहत जारी किया गया था, जो एक गंभीर और कानूनी मामला था. “जब हम कानून की एक धारा लागू करते हैं, तो हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह न्यायिक जांच के दायरे में आना चाहिए. न्यायिक आदेश को समता की कसौटी पर खरा उतरना चाहिए,” उन्होंने अपने पत्र में उल्लेख किया था.
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लेकिन दूसरी तरफ, रविवार 21 जनवरी को पटना के डीएम चंद्रशेखर ने ठिठुरन भरी शीतलहर के कारण पटना जिला के स्कूलों को मंगलवार 23 जनवरी तक बंद रखने का निर्देश जारी कर दिया. इसके बाद 22 जनवरी को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक के माध्यम से पटना डीएम के आदेश को पलटते हुए 23 जनवरी से स्कूल खोलने का आदेश पारित कर दिया. माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने अपर मुख्य सचिव के पत्र का हवाला देते हुए पटना डीएम के रविवार 21 जनवरी के आदेश को अनुचित बताया.
इस प्रकार, स्कूल खोलने और बंद को लेकर राज्य के दो आईएएस ऑफिसर आमने-सामने हो गए हैं. एक तरफ कड़कती ठंड के बावजूद जहां शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने स्कूल खोलने का फरमान जारी कर दिया है, वहीं दूसरी ओर, पटना जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू करते हुए स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दिया है. अब इस स्थिति में बच्चे इस सवाल को लेकर परेशान है कि कल यानि 24 जनवरी से स्कूल खुलेंगे या रहेंगे बंद?.
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मामले पर मीडिया से बात करते हुए पटना डीएम चंद्रशेखर ने अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर कहा है कि बिहार में ठंड से जिंदगी बेहाल है. ऐसे में पहले जिंदगी जरूरी है. अगर किसी को आदेश से दिक्कत है तो वो सीआरपीसी पढ़ें लें. जिलाधिकारी ने कहा कि आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए हमें शक्तियां मिली हैं.
टकराव जैसी कोई बात नहीं – पटना डीएम
पटना डीएम ने कहा, ”हर किसी का क्षेत्राधिकार है और हमने अपने क्षेत्राधिकार से मिली शक्तियों के तहत स्कूल बंद करने का फैसला किया हैं और हमारे आदेश का उच्चतर न्यायालय में ही चुनौती दी जा सकती है. यहां किसी से भी और किसी के साथ टकराव जैसी कोई बात नहीं है. जो उचित सम्मत था, उसका पत्र लिखकर जवाब दे दिया गया है.”
उन्होंने कहा, “आकस्मिक परिस्थितियों को लेकर स्कूल को बंद करने का फैसला लिया गया था. पटना का तापमान साढ़े 5 डिग्री से भी कम था, इसलिए ये फैसला लिया गया था. आगे मौसम को देखकर फैसला लिए जाने की बात भी कही गई थी.”
अब अपर मुख्य सचिव केके पाठक के तेवर और पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह के सख्त रुख को देखते हुए स्कूल टीचर, छात्र और उनके अभिभावक असमंजस्य की स्थिति में है. वैसे, पटना जिला के 8वीं कक्षा तक के स्कूली बच्चों को शीतलहर के कारण 23 जनवरी तक ही छुट्टी देने का आदेश था. अब देखना है कि बुधवार 24 जनवरी से स्कूल खोलने के संदर्भ में पटना डीएम की तरफ से क्या फैसला होता है.