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वेब मीडिया को सनसनीखेज हेडिंग और भ्रामक ख़बरों से बचने की जरूरत : संजय झा

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राज्य के सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा (Information and Public Relations Minister Sanjay Jha) ने कहा है कि वेब पत्रकारिता को विश्वसनीय बनाने के लिए सनसनीखेज हेडिंग और भ्रामक ख़बरों से बचना चाहिए. उन्होंने यह बात वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया (Web Journalists Association of India) की पटना इकाई द्वारा आयोजित सेमिनार-सह-कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर कही.

वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया ने शुक्रवार को वेब पत्रकारों के लिए बिहार में अपने तरह की पहली कार्यशाला आयोजित की. इस कार्यशाला में बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह (Awadhesh Narayan Singh, Executive Chairman of Bihar Legislative Council), बीजेपी के विधान पार्षद व राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय प्रकाश मयूख (BJP MLC Sanjay Prakash Mayukh), समाजसेवी राजू दानवीर (Raju Danveer), आरजेडी विधायक राकेश कुमार रौशन (Rakesh Kumar Roshan RJD MLA) सहित वेब मीडिया से जुड़े कई पत्रकार उपस्थित रहे.

इस अवसर पर अपने उद्घाटन सम्बोधन में सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री संजय झा ने कहा कि आज सूचना क्रांति के दौर में हर गाँव में हर व्यक्ति के पास स्मार्ट फोन है. स्मार्ट फोन के माध्यम से लोगों के पास हर खबर मिनटों में पहुँच जाता है. ये सब वेब मीडिया की वजह से ही है.

उन्होंने कहा कि वेब पत्रकारिता की महत्ता को नकारा नहीं जा सकता है. वेब पत्रकारिता ने समाज में सूचना क्रांति लाई है. यदि वेब पत्रकारिता अपनी विश्वसनीयता को भरोसे लायक बना लें समाज का बहुत भला होगा.

WJAI के साथ जल्द ही मीटिंग

वेब जर्नलिस्टों को संबोधित करते हुए सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री ने कहा कि बहुत जल्द वे वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया के प्रतिनिधियों के साथ एक मीटिंग करेंगे और वेब पत्रकारों की समस्याओं के समाधान पर चर्चा करेंगे.

आज टीवी से पीछे नहीं है वेब मीडिया – मंत्री

मंत्री ने कहा कि पहले लोग अख़बार पढ़ते थे, उसके बाद लोगों ने टीवी देखना शुरू किया और अब, स्मार्ट फोन के माध्यम से ख़बरों से अपडेट होते हैं. झा ने बताया कि एक सर्वे के अनुसार आज जितने लोग टीवी देखते हैं लगभग उतने ही लोग वेब मीडिया पर भी नज़र रखते हैं. इसलिए आज वेब मीडिया के उतने ही व्यूअर हैं जितने कि टीवी के.

सनसनीखेज हेडिंग और भ्रामक ख़बरों से बचें – मंत्री

सूचना मंत्री संजय झा ने आगे कहा कि कई बार वेब मीडिया पर ऐसी खबरें प्रसारित होती हैं जिनकी हेडिंग तो सनसनीखेज होती है लेकिन अंदर की खबर बिल्कुल ही अलग होती हैं. उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि आप ख़बरों के अनुसार हेडिंग बनाइये. सिर्फ सनसनीखेज हेडिंग बनाना और भ्रामक ख़बरों को दिखाना आपकी पत्रकारिता के महत्व को कम करती है.

उन्होंने वेब पत्रकारों से कहा कि उन्हें राज्य सरकार की गलतियों के साथ साथ उसके बेहतर कार्यों को भी अपने मीडिया के माध्यम से आम जन तक पहुँचाने का कार्य करें.

डिजिटल मीडिया के लिए विज्ञापन पॉलिसी

सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल के कारण राज्य सरकार द्वारा डिजिटल मीडिया को विज्ञापन देने के लिए पालिसी बनाई जा चुकी है जो उनके हिट्स पर आधारित है. उन्होंने बताया कि इस पॉलिसी को और बेहतर बनाने के लिए मै बहुत जल्द वेब जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन के प्रतिनिधियों को बुलाकर आप सभी से सुझाव लूँगा.

इस मौके पर मंत्री ने कहा कि सरकार चाहती है कि डिजिटल मीडिया के माध्यम से राज्य सरकार के कार्यक्रमों व पॉलिसी को जन-जन तक पहुंचाई जाए.

ख़बरों के लिए उनकी सत्यता सबसे ज्यादा जरुरी

कार्यशाला के उद्घाटन के मौके पर बिहार विधान परिषद् के कार्यकारी सभापति अवधेश नारायण सिंह ने वेब मीडिया के महत्व को बताया. उन्होंने इस पर चर्चा करते हुए कहा कि ख़बरों के लिए उनकी सत्यता सबसे ज्यादा जरुरी है. उन्होंने कहा कि आज वेब मीडिया की स्वीकार्यता बढ़ रही है.

कार्यकारी सभापति ने कहा कि वेब मीडिया की स्वीकार्यता तो बढ़नी चाहिए, लेकिन यह भी देखना होगा कि इसकी विश्वसनीयता नहीं घटे. उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में वेब मीडिया के महत्त्व और प्रभाव को बताने की आवश्यकता नहीं है.

चिंता पर आत्मनिरीक्षण की जरूरत

इससे पहले वरिष्ठ पत्रकार प्रवीण बागी ने कहा कि भारत के मुख्य न्यायाधीश एन वी रमना ने हाल ही में कुछ डिजिटल मीडिया और चैनलों पर कहा था कि उनका रवैया गैर जिम्मेवराना है. वे सही-गलत में अंतर नहीं कर पा रहे हैं. बागी ने कहा कि वेब जर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया खुद को उनकी इस पीड़ा से जोड़ता है और हमें उनकी चिंता पर आत्मनिरीक्षण करने की जरूरत है.

प्रवीण बागी ने कहा कि यह समय डिजिटल मीडिया का है और इसका तेजी से विस्तार हो रहा है. लेकिन इसके विस्तार होने के अनुपात में यह जनता का भरोसा अर्जित नहीं कर पा रहा है. उन्होंने कहा कि मीडिया क्रांति तभी सफल होगी जब हम लोगों का भरोसा जीत सकें क्योंकि भरोसे का नाम ही मीडिया है. उन्होंने कहा कि मीडिया और लोकतंत्र एक दूसरे के पूरक हैं.

उन्होंने कहा कि कोरोना काल के बाद से अखबारों का प्रसार घटा है लेकिन डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पाठकों की संख्या बढ़ी है. उन्होंने बताया कि एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया में डिजिटल मीडिया यूजर्स की संख्या 3 अरब 96 करोड़ हो गई है जो दुनिया की आबादी का 51 प्रतिशत है. डिजिटल मीडिया पर एक यूजर रोज औसतन 2 घंटे 22 मिनट समय देता है जिससे हमारी महत्ता समझी जा सकती है.

वरिष्ठ पत्रकार बागी ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमें सुविधाओं की जरूरत है. सरकार प्रिंट मीडिया की तरह डिजिटल मीडिया को भी महत्व दे.

विधान पार्षद और बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय प्रकाश मयूख ने वेब पत्रकारों की ख़बरों के असर पर चर्चा करते हुए कहा कि कई ऐसी ख़बरें हैं जो पहले वायरल होती हैं और बाद में अन्य मीडिया में आती हैं. एक छोटे से पोर्टल पर आने वाली ख़बरें भी तहलका मचाने में सक्षम होती हैं.

विधायक राकेश रौशन ने वेब पत्रकारिता पर चर्चा करते हुए कहा वर्तमान समय में वेब मीडिया सूचना का सबसे सशक्त माध्यम है. यदि वेब मीडिया सकारात्मक खबरों को प्रमुखता देने का कार्य करे तो इसकी विश्वसनीयता बढ़ेगी.

समारोह की अध्यक्षता करते हुए WJAI के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल ने संगठन के गठन से लेकर विस्तार तक की चर्चा करते हुए बताया कि इस संगठन की आवश्यकता क्यों पड़ी. उन्होंने कहा कि WJAI की खुद की सेल्फ रेगुलरिटी बॉडी है जो अपने सदस्य पोर्टल की ख़बरों पर नियंत्रण रखती है. उन्होंने संगठन के विस्तार पर भी विस्तृत चर्चा की.

समारोह में विशेष रूप से उपस्थित समाजसेवी राजू दानवीर ने वेब पत्रकारों की हक़ की लड़ाई में WJAI की भूमिका की सराहना की. उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में वेब मीडिया की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है. विश्वसनीयता के साथ खबरों को देना ये बहुत बड़ी चुनौती है जिसे एसोसिएशन के सदस्य पोर्टल कर के दिखा रहे हैं.

इसके पूर्व WJAI के पटना जिलाध्यक्ष सूरज कुमार, उपाध्यक्ष सूरज कुमार, अखिलेश्वर सिन्हा, सचिव ब्रजेश पाण्डेय ने अतिथियों को पुष्प गुच्छ और प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया.

समारोह का संचालन करते हुए एसोसिएशन के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव मधुप मणि “पिक्कू” ने संगठन के कार्यकलापों के बारे विस्तार से बताया.

उद्घाटन सत्र को WJAI के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष ओम प्रकाश अश्क, राष्ट्रीय सचिव निखिल के डी वर्मा, डॉक्टर लीना, बिहार के उपाध्यक्ष बालकृष्ण, सचिव अनूप नारायण सिंह आदि ने संबोधित किया.

कार्यशाला के दूसरे सेशन में बिहार के वरिष्ठ पत्रकारों ने पत्रकारिता के कई टिप्स दिए. वेब पत्रकारिता में किस प्रकार के कंटेंट का इस्तेमाल करें और किस प्रकार का नहीं इस पर उन लोगों ने अपने विचार रखें.

वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेश्वर, रवि उपाध्याय, अमिताभ ओझा, हेमंत जी, ओम प्रकाश अश्क, डॉक्टर लीना, एस एन श्याम, डॉक्टर किशोर सिन्हा, अशोक मिश्र आदि ने कार्यशाला में युवा पत्रकारों को पत्रकारिता के कई टिप्स दिए.

कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन संगठन के राष्ट्रीय सचिव सह राष्ट्रीय प्रवक्ता निखिल के डी वर्मा ने किया.