‘जनता कर्फ्यू’ का असर पटना में

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पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) :- कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ते हुए मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है. इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दिशा निर्देश का पालन करने के साथ-साथ जागरूक रहने पर भी ज़ोर दिया है. भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आने वाले 22 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा ‘जनता कर्फ्यू’ की घोषणा की गई थी . आज रविवार 22 मार्च सुबह से ही  ‘जनता कर्फ्यू’ का देशभर के नागरिकों द्वारा समर्थन देखने को मिल रहा है. भारत के सभी राज्यों में ‘जनता कर्फ्यू’ का असर देखने को मिल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा की गयी ‘जनता कर्फ्यू’ की अपील का सभी देशवासी एकजुट होकर सहयोग कर रहे हैं.

भारत के अन्य राज्यों की तरह बिहार की राजधानी पटना में भी ‘जनता कर्फ्यू’ का असर देखने को मिल रहा है. राजधानी पटना में सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ दिख रहा है. पटना के लोगों ने खुद को घर में कैद करके कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की इस मुहिम में सहयोग करने की ठानी है. पार्कों में टहलने वाले लोग भी पार्कों से नदारद हैं. बाजार और दुकानें भी आज बंद ही रहेंगे.

परिवहन विभाग ने कोरोना  के बढ़ते संक्रमण से बचाव के लिए पटना में सिटी सर्विसेज की बसों के साथ अंतरराज्यीय बसों के परिचालन पर रोक लगाने का निर्णय लिया था जिसका असर पटना के बस स्टॉप और सड़कों पर देखने को मिल रहा है. “जनता कर्फ्यू” के कारण आज भारत में आम जन-जीवन की रफ़्तार थम सी गई है.

“जनता कर्फ्यू” का असर ट्रेनों पर भी देखने को मिल रहा है. कोरोना वायरस के खौफ से यात्रियों की कम संख्या के कारण  ट्रेनों को रद्द किया जा रहा है. केंद्र सरकार के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण के बचाव के लिए भारत के सभी नागरिकों से कम से कम यात्रा और भीड़ भाड़ वाले इलाके में न जाने की अपील की गयी थी जिसके फलस्वरूप इसका असर ट्रेनों पर दिखना शुरू हो गया है.

भारत में पहली बार इस तरह का “जनता कर्फ्यू” देखने को मिल रहा है जिसका सभी देशवासी सहयोग कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा था कि “यह वक्त घबराने का नहीं, बल्कि सतर्कता बरतने का है और एक छोटी सी कोशिश बड़ा असर दिखा सकती है”. भारत में कोरोना वायरस से संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है जिसको देखते हुए प्रधानमंत्री ने समस्त भारतवासियों से “जनता कर्फ्यू” के द्वारा कोरोना वायरस को हराने की कोशिश में सहयोग करने की अपील की थी. इसी क्रम में बिहार सरकार ने कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षा की दृष्टि से सभी सरकारी व निजी स्कूलों तथा कॉलेज व कोचिंग संस्थानों को 31 मार्च तक बंद करने का आदेश दिया था. इसके साथ ही सभी सिनेमा हॉल, पार्क, चिडिय़ाघर व संग्रहालय भी 31 मार्च तक बंद कर दिए गए. यहाँ तक कि 22  मार्च को गांधी मैदान में होने वाले बिहार दिवस के तीन दिवसीय आयोजन भी रद्द कर दिया गया. बिहार सरकार के द्वारा सभी लॉज और हॉस्टल भी बंद करने का आदेश भी जारी किया जा चुका है.