सेवाकालीन प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों के वेतनमान पर सरकार का फैसला
पटना (TBN रिपोर्ट) :- बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के लगभग चार लाख नियोजित शिक्षक समान काम, समान वेतन के साथ सात सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. हड़ताल ख़त्म न करने की जिद पर अड़े हुए शिक्षकों के सामने अब भूखमरी जैसी समस्या आ गयी है. अब भी हड़ताली शिक्षक पुराने शिक्षकों की तरह वेतनमान की मांग कर रहे हैं. लेकिन हड़ताली शिक्षकों के प्रति सरकार का रुख बदलता नहीं दिख रहा है.
इस बीच बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने सेवाकालीन प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षकों के वेतन निर्धारण पर बड़ा आदेश जारी किया है.
बिहार सरकार के अपर सचिव सह माध्यमिक शिक्षा निदेशक गिरिवर दयाल सिंह ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिख कर वेतनमान निर्धारण के संबंध में प्रश्न पूछा है. पत्र में कहा गया है कि अप्रशिक्षित शिक्षक जिन्होनें सेवाकाल के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त किया है उनके वेतनमान निर्धारण में गड़बड़ी की गयी है.
उन्होनें कहा कि कंडिका 3(IV) का अनुपालन कई जिलों में नहीं किया जा रहा है. उन्होनें कहा कि कंडिका के मुताबिक मूल वेतन का लेवल-2,3 और 4 में अधिकतम इंडेक्स-3 तक ही निर्धारण करना है, लेकिन कई जिलों में इंडेक्स -3 से उपर इंडेक्स-4.5 में जाकर वेतन का निर्धारण किया है जो गलत है.
माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इस गलती को दूर करने का निर्देश दिया गया है. उन्होनें कड़े शब्दों में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि अगर ये गलती दूर नहीं की जाती है तो दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी.