रेलकर्मियों को मिलेगा उत्पादकता बोनस, कैबिनेट ने लिया निर्णय

हाजीपुर (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बुधवार को पूर्व मध्य रेल के महाप्रबंधक अनुपम शर्मा ने एक वेबिनार के माध्यम से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में वर्ष 2020-21 का रेलकर्मियों को उत्पादकता से जुड़े बोनस देने के कैबिनेट के निर्णय के बारे में प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मिडिया को अवगत कराया.
शर्मा ने कहा कि इससे पूर्व मध्य रेल के 84767 कर्मचारियों को लाभ होगा और दशहरा से पहले 152 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाएगा. यह कोविड-19 के बावजूद कर्मचारियों को उनकी कड़ी मेहनत के लिए प्रोत्साहित करने के लिए है जिसके परिणामस्वरूप रेलवे का अच्छा प्रदर्शन हुआ.
विदित हो कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को सभी पात्र अराजपत्रित रेल कर्मचारियों (आरपीएफ/आरपीएसएफ कार्मिकों को छोड़कर) के लिए वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 78 दिनों के वेतन के बराबर उत्पादकता आधारित बोनस (पीएलबी) को मंजूरी दे दी है.
अखिल भारतीय स्तर पर रेल कर्मचारियों को 78 दिनों के पीएलबी के भुगतान का वित्तीय भार 1984.73 करोड़ रुपये होने का अनुमान है. पात्र अराजपत्रित रेल कर्मचारियों को पीएलबी के भुगतान के लिए निर्धारित वेतन गणना की सीमा 7,000 रुपये प्रतिमाह है. प्रति पात्र रेल कर्मचारी के लिए 78 दिनों की अधिकतम देय राशि 17,951 रुपये है.
इस निर्णय से लगभग 11.56 लाख अखिल भारतीय स्तर पर अराजपत्रित रेल कर्मचारियों को लाभ होने की संभावना है. पात्र रेल कर्मचारियों को पीएलबी का भुगतान प्रत्येक वर्ष दशहरा/पूजा की छुट्टियों से पहले किया जाता है. कैबिनेट के इस निर्णय को इस साल की छुट्टियों से पहले ही लागू किया जाएगा.
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वित्त वर्ष 2010-11 से 2019-20 के लिए 78 दिनों के वेतन की पीएलबी राशि का भुगतान किया गया. वर्ष 2020-21 के लिए भी 78 दिनों के वेतन के बराबर पीएलबी राशि का भुगतान किया जाएगा, जिससे कर्मचारी रेलवे के कार्य निष्पादन में सुधार की दिशा में काम करने के लिए प्रेरित होंगे.
रेलवे में उत्पादकता से जुड़ा बोनस पूरे देश में फैले सभी अराजपत्रित रेलवे कर्मचारियों (आरपीएफ/आरपीएसएफ कर्मियों को छोड़कर) को कवर करता है.