फोन की बाढ़ से हेल्पलाइन नंबर क्रैश, नए नंबर जारी
पटना (TBN रिपोर्ट) | बिहार के बाहरी राज्यों में फंसे हुए मजदूरों, छात्रों और आम लोगों की समस्याओं को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किये गए थे. लेकिन आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी नोडल अफसरों के मोबाइल पर इतने फोन आए कि फोन की बाढ़ से हेल्पलाइन नंबर क्रैश हो गए.
प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने नोडल अफसरों के फोन नंबर बंद होने या व्यस्त बताने के मुद्दे पर शनिवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में 18 अधिकारियों के मोबाइल फोन पर लगभग 16000 कॉल आए हैं.
उन्होंने कहा कि नोडल पदाधिकारियों की तैनाती के संबंध में निकाले गए आदेश में उनके मोबाइल नंबर इस वजह से दिए गए थे ताकि संबंधित राज्य और रेलवे के अधिकारियों को उनके साथ समन्वय स्थापित करने में आसानी हो. अब आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा नया हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है.
आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि इन नंबरों पर आम लोगों को फोन करने की आवश्यकता नहीं थी. मीडिया में नंबर सार्वजनिक होने की वजह से लोग इन पर भी कॉल करने लगे.
आगे उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के पास इस समय लगभग 29 लाख प्रवासियों का पूरा रिकार्ड उनके मोबाइल नंबर के साथ मौजूद है. अगर इनमें से कोई बिहार आना चाहता है तो उसे बिहार निवास की हेल्पलाइन या आपदा प्रबंधन विभाग की हेल्पलाइन पर फोन करके सूचना देनी है. मुख्यमंत्री विशेष सहायता के तहत जिन लोगों को मदद दी गई है, उनसे भी वापस लौटने के संबंध में जानकारी ले रहे हैं.
प्रत्यय अमृत ने बताया कि बिहार के बाहर फंसे श्रमिक और छात्र-छात्राएं जो वापस आना चाहते हैं, वे 0612- 2294204, 0612-2294205 पर संपर्क कर अपनी जानकारी दे सकते हैं.
विभाग द्वारा मोबाइल ऐप की तैयारी
प्रधान सचिव ने बताया कि बिहार में भी कई राज्यों के लोग लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं. काफी लोग गुजरात, राजस्थान, पंजाब समेत अन्य राज्यों में लौटना चाहते हैं. ऐसे लोगों की मदद के लिए एक मोबाइल ऐप विभाग द्वारा तैयार कराया जा रहा है. एक-दो दिनों में इसकी जानकारी दी जाएगी.
आगे उन्होंने कहा कि ओडिशा के नवरंग जिले के डीएम ने बिहार सरकार से संपर्क करके वहां बिहार के कुछ छात्रों के फंसे होने की जानकारी दी है. ये छात्र लॉकडाउन से पहले टूर पर वहां गए थे उनको वापस लाने के लिए बातचीत की जा रही है.