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वेंडर्स को ऋण सुविधा के लिए NASVI का सरकार को धन्यवाद

पटना (TBN डेस्क) | कोरोना (कोविड-19) के संक्रमण से निपटने के लागू किये गए लॉकडाउन से रेहड़ी वालों की भी आर्थिक स्तिथि ख़राब हो चुकी है. रेहड़ी वालों को इस संकट से उबारने के लिए नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया ( नासवी ) की लगातार वकालत रंग लाई है व श्रमिकों के साथ साथ रेहड़ी वाले भी अपने सेवाओं के बल पर सरकार के एजेंडे के मुख्य धारा मे शामिल हो गए है.

नेशनल एसोसिएशन ऑफ स्ट्रीट वेंडर्स ऑफ इंडिया ( नासवी ) के राष्ट्रीय समन्वयक अरविंद सिंह ने इसके लिए भारत के 2 करोड़ रेहड़ी वालों के तरफ से वित्त मंत्री व प्रधानमंत्री को कोटी कोटी धन्यवाद देते हुए कहा है कि हालांकि हम प्रत्यक्ष नकद हस्तांतरण की घोषणा की उम्मीद कर रहे थे, फिर भी हम वेंडर्स को दी जाने वाली ऋण सुविधा का स्वागत करते हैं. ऋण के अलावा उन्हें तत्काल अपनी आजीविका की बहाली और स्वास्थ्य सुरक्षा के आश्वासन की आवश्यकता है. सरकार को सोशल डिस्टेंसिंग नॉर्म्स के साथ स्ट्रीट वेंडिंग की अनुमति देने की आवश्यकता है.

अरविंद सिंह ने कहा कि आज सरकार ने स्ट्रीट वेंडर्स के लिए विशेष ऋण सुविधा उपलव्ध करने की योजना बना कर स्ट्रीट वेंडर्स का विश्वास जीत लिया है. इससे स्ट्रीट वेंडोर्स अपने व्यवसाय को पुनः सुचारु रूप से चालू कर सकेंगे. हालांकि पूर्व के अनुभवों को देखते हुए उन्होने बैंक से सकारात्मक कदम उठाने की अपील भी की. साथ ही उन्होने सरकार को सुझाव भी दिये की ऋण वितरण में नगर निकायों मे बने टास्क फोर्स, टाउन वेंडिंग कमेटी की अनुशंसा ली जाय एवं उनकी अनुसंशा पर ही ऋण उपलव्ध करवाए जाय.

अरविंद सिंह ने कहा कि कई शहरों मे रेहड़ी वालों के फ़ैडरेशन व सहकारी समिति है उनका भी इस प्रक्रिया मे शामिल किया जाय तभी वास्तविक वेंडर्स को राहत दी जा सकती है. उन्होने ने कहा की वास्तविक रेहड़ी वालों को आसानी से पहचाना जा सकता है.

जैसे शहरी स्थानीय निकायों द्वारा जारी किए गए पहचान पत्रों से, या जिनके नाम पिछले सर्वेक्षण में अंकित हैं, या टाउन वेंडिंग कमेटी के सदस्यों द्वारा चिन्हित किया जा सकता है, या रेहड़ी वालों के फ़ैडरेशन व सहकारी समिति को शामिल करें, ऋण उपलव्ध करवाने से पूर्व वेंडर्स का प्रशिक्षण आवश्यक है.