हड़ताली शिक्षकों को मांझी का समर्थन
पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) :- बिहार में लगभग चार लाख नियोजित शिक्षक समान काम, समान वेतन के साथ सात सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. लम्बे समय से हड़ताल पर रहने से अब शिक्षकों के परिवार के सामने खाने तक के लाले पड़ गए हैं और हालात बद से बदतर हो गए हैं.
ऐसे में अब उनको बिहार के पूर्व मुख्य मंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी का साथ मिल गया है. जीतन राम मांझी ने हड़ताली नियोजित शिक्षकों के समर्थन में उतर कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ट्वीट करते हुए कहा है कि “शिक्षकों पर ध्यान दीजिए कोरोना से तो नहीं लेकिन वेतन नहीं मिलने से भूख से जरूर इन शिक्षकों का परिवार मर जाएगा”.
हड़ताली नियोजित शिक्षकों के समर्थन में जीतन राम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, “नीतीश कुमार जी सूबे में कोरोना से एक व्यक्ति की मौत हुई है पर नियोजित शिक्षकों को वेतन न मिलने के कारण 42 शिक्षकों की मृत्यु हो गई है.राज्यहित में शिक्षकों पर ध्यान दिजिए नहीं तो उनके साथ-साथ उनके परिवार के लोग कोरोना से तो नहीं पर भूख से ज़रूर मर जाएंगें”.
बता दें बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के लगभग चार लाख नियोजित शिक्षक समान काम, समान वेतन के साथ सात सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. हड़ताल ख़त्म न करने की जिद पर अड़े हुए शिक्षकों के सामने अब भूखमरी जैसी समस्या आ गयी है. लेकिन अब भी हड़ताली शिक्षक पुराने शिक्षकों की तरह वेतनमान की मांग कर रहे हैं.