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शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज को परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राजधानी पटना में पुलिस द्वारा शिक्षक अभ्यर्थियों पर किए गए लाठीचार्ज को परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया है. महासंघ के प्रदेश कार्यकारी संयोजक नवनीत कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया डोमिसाइल नीति खत्म करने का विरोध कर रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर सरकार द्वारा बर्बरता की जा रही है.

बता दें, पटना में पुलिस ने शिक्षक उम्मीदवारों के एक समूह पर लाठीचार्ज किया, जो सभी राज्यों के उम्मीदवारों को राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षण नौकरियों के लिए आवेदन करने की अनुमति देने के राज्य सरकार के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे.

यह विरोध प्रदर्शन शनिवार, 1 जुलाई 2023 को पटना के गांधी मैदान में हुआ. प्रदर्शनकारी यह मांग करने के लिए एकत्र हुए थे कि राज्य सरकार एक अधिवास नीति (domicile policy) लागू करे, जिसमें बिहार के मूल निवासी उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी जाएगी.

कई प्रदर्शनकारी घायल

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर तब लाठीचार्ज किया जब उन्होंने सड़कों को अवरुद्ध करना शुरू कर दिया और यातायात जाम कर दिया. लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए और कुछ को गिरफ्तार कर लिया गया.

यह विरोध प्रदर्शन बिहार में शिक्षक अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शनों की श्रृंखला में नया है. इससे पहले 2022 में पटना पुलिस ने अपनी भर्ती में देरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सैकड़ों शिक्षक अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया था और पानी की बौछार की थी.

सरकार शिक्षक अभ्यर्थियों की चिंताओं को गंभीरता से ले

प्रदर्शनकारी मांग कर रहे हैं कि राज्य सरकार उनकी चिंताओं को गंभीरता से ले और अधिवास नीति लागू करे. उनका तर्क है कि मौजूदा व्यवस्था बिहार के मूल निवासियों के लिए अनुचित है और इससे उनके लिए शिक्षक के रूप में नौकरी पाना और भी मुश्किल हो जाएगा.

राज्य सरकार ने अभी तक प्रदर्शनकारियों की मांगों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. हालाँकि, लाठीचार्ज की विपक्षी दलों और नागरिक समाज समूहों ने व्यापक आलोचना की है. उन्होंने सरकार पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल प्रयोग करने और विरोध करने के उनके लोकतांत्रिक अधिकार को दबाने का आरोप लगाया है.

महासंघ बड़े आंदोलन को होगा बाध्य

परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ ने अपनी विज्ञप्ति में इस पूरे घटनाक्रम की तीव्र भर्त्सना और कड़ी निंदा की है. महासंघ ने कहा है कि लोकतंत्र में अपनी आवाज उठाना जायज है परंतु सरकार के द्वारा इस प्रकार का दमन चक्र चलाना पूरी तरह से नाजायज़ है. महासंघ ने कहा है कि इस पूरे घटनाक्रम को ध्यान में रखते हुए परिवर्तनकारी शिक्षक महासंघ शिक्षक अभ्यर्थियों का समर्थन करता है और सड़क पर उतर कर इनके आंदोलन को गति प्रदान करने हेतु कटिबद्ध है. महासंघ ने मांग की है कि सरकार को चाहिए कि शीघ्र ही इस गतिरोध को समाप्त करे अन्यथा महासंघ बड़े आंदोलन को बाध्य होगा.

यह विरोध प्रदर्शन बिहार में शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच बढ़ते गुस्से को उजागर करता है. वे समय पर और पारदर्शी भर्ती के अवसर प्रदान करने में राज्य सरकार की विफलता से निराश हैं. लाठीचार्ज से उनका गुस्सा और भड़कने की संभावना है और आने वाले दिनों में और अधिक विरोध प्रदर्शन हो सकता है.