डीजी से अनबन के बाद आईपीएस अधिकारी अनुसूया रणसिंह साहू का ट्रांसफर
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| वरिष्ठ भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी अनुसूया रणसिंह साहू को गुरुवार को स्थानांतरित कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने अपने बॉस शोभा ओहतकर पर 13 पन्नों के एक बिना तारीख वाले पत्र में उन्हें फंसाने की कोशिश करने का आरोप लगाया था, जो रहस्यमय तरीके से सोशल मीडिया पर सामने आया था.
अनुसूया रणसिंह साहू इस साल होम गार्ड और अग्निशमन सेवा विभाग से स्थानांतरित होने वाली दूसरी आईपीएस अधिकारी हैं.
राज्य सरकार के एक आदेश के अनुसार, 2006 बैच के आईपीएस अधिकारी साहू, जो होम गार्ड और अग्निशमन सेवाओं के उप महानिरीक्षक (डीआईजी)-सह-डिप्टी कमांडेंट जनरल के पद पर पदस्थापित थीं, को नागरिक सुरक्षा के डीआइजी-सह-उप निदेशक के रूप में स्थानांतरित कर दिया गया है.
1990 बैच की आईपीएस अधिकारी शोभा ओहतकर के साथ विवाद के बाद साहू इस साल होम गार्ड और अग्निशमन सेवा विभाग से बाहर होने वाले दूसरे आईपीएस अधिकारी हैं.
बता दें, इस साल फरवरी में एक अन्य वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी विकास वैभव को विभाग से बाहर स्थानांतरित कर दिया गया था क्योंकि उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया था जिसमें उनके द्वारा ओहतकर पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अपमानजनक भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया गया था. 2003 बैच के अधिकारी विकास वैभव ने इसके तुरंत बाद अपना पोस्ट हटा दिया, लेकिन उन्हें स्थानांतरित कर दिया गया और अपनी शिकायत सार्वजनिक करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. कुछ महीनों तक बिना पदस्थापन के रखे जाने के बाद आखिरकार सरकार ने उन्हें बिहार राज्य योजना बोर्ड का सलाहकार नियुक्त कर दिया.
इस मामले से परिचित लोगों ने कहा कि डीआइजी साहू द्वारा डीजी के खिलाफ लगाए गए आरोप प्रथम दृष्टया सही या प्रमाणित नहीं पाए गए. दूसरी ओर, आईजी होम गार्ड सुनील कुमार नाइक ने गृह विभाग को अपने पत्र में कथित तौर पर डीआईजी साहू द्वारा कदाचार और अवज्ञा के मुद्दे उठाए हैं.