हमले के विरोध में 23 अप्रैल को डॉक्टरों का काला दिवस
पटना (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) :- देशभर में कोरोना से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर्स और स्वास्थ्य कर्मी हर तरह के संभव प्रयास कर रहे हैं. वहीँ समाज के कुछ असभ्य लोग सरकार की हर बात को नकारते हुए क़ानून का उल्लंघन कर अपनी मनमर्जी करने में जुटे हैं और आक्रामक होकर सरकारी कर्मियों पर हमले करने से भी बाज नहीं आ रहे है.
देश में डॉक्टरों के ऊपर हो रहे हमले के मुद्दे पर आईएमए (Indian Medical Association, IMA ने 23 अप्रैल को देशभर में काला दिवस मनाने का ऐलान किया है. इसके पहले 22 अप्रैल को सभी अस्पतालों में आईएमए की तरफ से कैंडल जलाकर शांतिपूर्ण तरीके से अपनी भावना प्रकट की जाएगी.
बिहार में भी आईएमए के इस फैसले का समर्थन करते हुए सरकारी अस्पतालों के डॉक्टर 23 अप्रैल को काला दिवस मनाएंगे. इस दौरान उनकी तरफ से डॉक्टरों के ऊपर किए जा रहे हमलों के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से नाराजगी जताई जाएगी.
बता दें बिहार में कोरोना जाांच करने जा रही मेडिकल टीम और जवानों पर लगातार बिहार में हमला हो रहा है. मोतिहारी के हरसिद्धि थाना के जगपकड़ गांव में लॉकडाउन का अनुपालन और सोशल डिस्टेंसिंग सिखाने गई पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया है. वहीँ औरंगाबाद में जांच करने गई मेडिकल टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया.