अभ्यर्थी को थप्पड़ मारने के मामले में पटना डीएम के खिलाफ NHRC में शिकायत दर्ज
पटना (The Bihar Now डेस्क)| पटना के जिला मजिस्ट्रेट (District Magistrate, Patna) चंद्रशेखर सिंह (Chandrashekhar Singh) के खिलाफ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) में एक शिकायत दर्ज की गई है. यह शिकायत इसलिए की गई है क्योंकि उन्होंने शुक्रवार को बिहार लोक सेवा आयोग (Bihar Public Service Commission) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा के दौरान एक उम्मीदवार को थप्पड़ मारा था.
यह शिकायत सुप्रीम कोर्ट के वकील विवेक कुमार द्वारा की गई हैं. उन्होंने डीएम पर संकट के समय अनुचित व्यवहार करने का आरोप लगाया. उन्होंने अपनी शिकायत में लिखा है, “इस घटना ने नागरिकों, विशेषकर उन युवाओं के बीच चिंता और distress पैदा किया, जो अपने मुद्दों को उठाने के लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे थे. एक उच्च पदस्थ अधिकारी द्वारा शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ शारीरिक बल का उपयोग मानवाधिकारों और न्याय एवं निष्पक्षता के सिद्धांतों का गंभीर उल्लंघन है.”
बता दें, शुक्रवार को राजधानी पटना के कुम्हरार स्थित बापू परीक्षा केंद्र पर दोपहर करीब 1.30 बजे एक हंगामेदार दृश्य देखने को मिला जब 250 से अधिक उम्मीदवारों ने विरोध प्रदर्शन किया और बीपीएससी की 70वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (CCE) 2024 में भाग लेने से इनकार कर दिया. उनका कहना था कि परीक्षा के प्रश्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर परीक्षा शुरू होने से पहले ही आ गए थे.
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मामला तब और बढ़ गया जब राम इकबाल सिंह, जो एक अतिरिक्त परीक्षा अधीक्षक के रूप में कार्यरत थे, को गंभीर हृदय गति रुकने का सामना करना पड़ा. इसी घटना के दौरान, एक महिला उम्मीदवार भी बेहोश हो गई. इस उथल-पुथल के बारे में जानकारी मिलने पर पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह परीक्षा स्थल पर स्थिति का आकलन करने पहुंचे. चंद्रशेखर सिंह को एक अभ्यर्थी को थप्पड़ मारते और पुलिसकर्मियों को उन सभी को पकड़ने का आदेश देते हुए कैमरे में कैद कर लिया गया.
हालांकि, डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि उनका किसी भी उम्मीदवार को नुकसान पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. उन्होंने यह भी बताया कि वे स्थिति को नियंत्रित करने के लिए ही वहां पहुंचे थे.
शिकायतकर्ता ने NHRC में अपनी शिकायत में कहा कि BPSC परीक्षा के उम्मीदवारों के खिलाफ शारीरिक बल का उपयोग बिना किसी कारण और अनावश्यक था. उन्होंने घटना की जांच के लिए एक व्यापक और निष्पक्ष जांच की मांग की, ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके और जिम्मेदार पक्षों को जवाबदेह ठहराया जा सके.