100 करोड़ खर्च करेगी कोका-कोला, कोरोना प्रभावित इलाकों में
पटना (TBN रिपोर्ट) | कोरोना महामारी की चपेट में सम्पूर्ण विश्व आ चुका है. भारत में भी कोरोना के आंकड़ों में लगातार बढ़त हो रही है. ऐसे में कोरोना से लड़ने के लिए सभी अपने अपने स्तर से योगदान दे रहे हैं.
इसी क्रम में एडवांटेज डायलाॅग में कोका-कोला के वाइस प्रेसिडेंट इश्तेयाक अमजद ने कहा है कि कोका-कोला कंपनी 100 करोड़ रूपये कोरोना संकट में दान करेगी. गरीबों, मजदूरों और कोरोना योद्धाओं पर यह राशि खर्च की जाएगी.
कोविड-19 से उपजे संकटों पर सकारात्मक सोच के साथ एक होकर काबू पा सकते हैं. 50 हजार लोगों को खाना और शीतल पेय देकर भी सहयोग कर रहे हैं. यह महामारी भारत को भी प्रभावित कर रही है, लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि कुछ समय बाद भारत इससे उबर जायेगा.
उन्होंने कहा कि उद्योग जगत को बड़ा धक्का लगने की उम्मीद है. छोटे उद्योगों को बढ़ाने के लिए मदद की जरूरत पड़ेगी. छोटे उद्योगों को मदद करने में सरकार की भूमिका महत्वपूर्ण होगी”.
डिजिटल प्लेटफार्म जूम पर शनिवार को हुए एडवांटेज डायलाॅग के पहले सेशन में वाइस प्रेसिडेंट इश्तेयाक अमजद ने कहा कि यह किसी तरह से मानव के लिए नुकसानदेह नही है. कुछ डाॅक्टरों ने भी इसके पीने से नुकसान होने की बात को गलत बताया है और कहा है कि इसके पीने से किसी तरह का नुकसान नही होगा. उन्होंने कहा कि हर मानव को दो लीटर तरल पदार्थ पीना चाहिए चाहे वह ड्रिंक्स हो या पानी.
उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी खुशियां तथा छोटी-छोटी उम्मीदें हम सभी को खड़ा करेगी. हमें अपने हृदय में संवेदनशीलता का स्थान बढ़ाना होगा. मानवता तथा जीवन-यापन के प्रति सोचना होगा.
कोरोना संकटों की चर्चा पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ समय के लिए ये प्रोग्राम डिजिटल प्लेटफार्म पर होंगे. संचार तंत्र के बारे में उन्होंने कहा कि अभी भी यह काफी महत्वपूर्ण है. पी.आर. एजेंसी को डिजिटल मार्केटिंग विषेशज्ञ बनना पडेगा.
इश्तेयाक अमजद ने कहा कि, “महामारी के बाद हमें तीन चीजों पर ध्यान देना होगा- पहला कि सुरक्षा जिसमें रोजगार की बातें होंगी, दूसरी कि समुदाय को हम कैसे सहायता करेंगे और तीसरी कि अर्थव्यवस्था को कैसे जल्दी से जल्दी सामान्य बनाया जाये”. उन्होंने कहा कि, “इस महामारी के कारण हमारी आर्थिक विकास दर पर खासा असर पड़ेगा. चीन ने कोविड-19 पर काबू पाकर अपनी अर्थव्यवस्था ठीक करनी षुरू कर दी है. उसी तरह हमलोगों को भी इस बीमारी से निपटने के बाद अपनी अर्थव्यवस्था पर पूरा ध्यान देना होगा”.