एनटीपीसी द्वारा स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज से छोड़े जाने वाले पानी के कारण उत्पन्न समस्या पर बाढ़ एसडीएम की बैठक
बाढ़ (TBN – अखिलेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट)| पण्डारक प्रखण्ड के रैली, ढीबर एवं परसावाँ पंचायतों में बाढ़ एनटीपीसी परियोजना के द्वारा स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज से छोड़े जाने वाले पानी के कारण फसल बुआई में उत्पन्न समस्या पर रविवार 4 फरवरी को बाढ़ में एक बैठक हुई. बैठक में उस समस्या के निदान हेतु आवश्यक बिन्दुओं पर चर्चा की गई.
बाढ़ अनुमण्डल कार्यालय में सम्पन्न हुई इस बैठक की अध्यक्षता बाढ़ अनुमण्डल पदाधिकारी शुभम कुमार (आईएएस) ने की. इसमें रैली, ढीबर, परसावाँ पंचायत के मुखिया एवं मुखिया प्रतिनिधि ने भाग लिया. बाढ़ एनटीपीसी की तरफ से वरीय प्रबंधक देवराज आनन्द तथा एग्ज़ेक्यूटिव ऑफिसर प्रतीक देवनाथ बैठक में शामिल हुए.
बैठक में एनटीपीसी के वरिष्ठ प्रबंधक ने बताया कि एनटीपीसी से निकलने वाले पानी को गंगा की तरफ स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम के द्वारा गिराया जाता है. उन्होंने कहा कि जहां तक स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम बना हुआ है, उसके आगे पूर्व में गंगशिकस्त जमीन था जो वर्त्तमान समय में गंगबरार हो गया है. उक्त गंगबरार जमीन रैयती किस्म की है, जिसमें से लगभग 1700 फीट तक गंगवरार जमीन का अधिग्रहण एनटीपीसी के द्वारा पहले ही किया जा चुका है.
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इस बैठक में रैली पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि ने अनुमण्डल पदाधिकारी को रैली दियारा की जमीन की मापी की समस्या के बारे में बताया. इस पर अनुमण्डल पदाधिकारी ने अंचल अधिकारी पण्डारक के माध्यम से अमीन की प्रतिनियुवित्त कर मापी कराने तथा एक ही जमीन पर दो समुदायों के व्यक्तियों के द्वारा दावा करने पर उन्हें वांछित कागजात के साथ अनुमण्डल कार्यालय में उपस्थित होने का निदेश दिया.
बाढ़ के अनुमण्डल पदाधिकारी ने एनटीपीसी के अधिकारियों एवं रैली, कीबर, परसावाँ पंचायत के मुखिया, मुखिया प्रतिनिधि एवं कई ग्रामीणों के साथ स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम का स्थलीय निरीक्षण भी किया. स्थलीय निरीक्षण के बाद अनुमण्डल पदाधिकारी ने उस अधिग्रहित जमीन पर स्ट्रॉम वाटर ड्रेनेज सिस्टम को आगे एवसटेंशन करने की दिशा में आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया.
(इनपुट-विज्ञप्ति)