बांग्लादेश में अशांति के बाद बिहार के कई जिलों में अलर्ट जारी
पटना (The Bihar Now डेस्क)| बांग्लादेश में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने मंगलवार को राज्य में अलर्ट (Bihar Police on alert amid Bangladesh unrest) रहने का आदेश जारी किया है. सीमावर्ती इलाकों में पेट्रोलिंग बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. मुख्यालय से निकले आदेश के बाद पुलिस अलर्ट मोड (alert mode) में है.
पुलिस ने राज्य की जनता के लिए एक नोटिस जारी किया है जिसमें कहा गया कि संदिग्ध गतिविधि या वस्तुओं के बारे में किसी भी जानकारी की सूचना तुरंत पुलिस अधीक्षक या संबंधित जिला अधिकारियों को दी जानी चाहिए. पुलिस द्वारा इसके लिए टोल-फ्री नंबर 14432 और 112 भी उपलब्ध कराए गए हैं.
राज्य के अतिरिक्त पुलिस निदेशक (मुख्यालय) जे एस गंगवार के मुताबिक, बांग्लादेश के करीब स्थित बिहार के जिलों में अलर्ट जारी किया गया है. उन्होंने कहा, ”ऐसे सभी जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. पुलिस को केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के साथ करीबी समन्वय बनाकर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.”
हालाँकि बिहार का कोई भी जिला बांग्लादेश की सीमा पर स्थित नहीं है, लेकिन नेपाल के साथ बिहार एक लंबी लेकिन छिद्रपूर्ण सीमा साझा करता है. इन सीमाओं का उपयोग अक्सर अन्य देशों के घुसपैठियों द्वारा भारतीय क्षेत्र में घुसने के लिए किया जाता है.
इसके अलावा, राज्य के घनी आबादी वाले पूर्वोत्तर भाग ‘सीमांचल’ के जिलों को अवैध अप्रवासियों के घुसने के लिए काफी संवेदनशील माना जाता है, जो पश्चिम बंगाल के रास्ते बिहार में प्रवेश करते हैं.
चौबीसों घंटे निगरानी रखने का आदेश
बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा जारी किए गए आदेश में कहा गया है कि लोग अफवाहों पर विश्वास न करें. सीमावर्ती इलाकों में पुलिस सघन तलाशी अभियान में जुट गई है. सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है. बता दें कि कटिहार और किशनगंज से बांग्लादेश की सीमा सटी हुई है. पुलिस को 24 घंटे निगरानी रखने को कहा गया है.
सीमावर्ती इलाकों में आने-जाने वाली गाड़ियों की सघन जांच की जा रही है. हालांकि इसके पहले सोमवार 5 अगस्त से ही भारत-बांग्लादेश की सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गई थी. बीएसएफ के जवान अलर्ट मोड पर थे. अब बिहार पुलिस मुख्यालय की ओर से भी आदेश जारी हो गया है.
इससे पहले आज विदेश मंत्री ने बांग्लादेश की स्थिति पर एक सर्वदलीय बैठक की जानकारी देते हुए सदस्यों को सूचित किया कि शेख हसीना अपने देश बांग्लादेश से भारत चली आई हैं और भारत ने उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है.
मंत्री ने कहा कि संकट में फंसी बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत में हैं और भारत सरकार उन्हें भविष्य की रणनीति तय करने के लिए समय देना चाहती है.
एक्स (X) को जयशंकर ने बताया, “बांग्लादेश में चल रहे घटनाक्रमों के बारे में आज संसद में एक सर्वदलीय बैठक की जानकारी दी. मैं इस बैठक में सर्वसम्मति से दिए गए समर्थन और समझ की सराहना करता हूं.”
बैठक के दौरान जयशंकर ने नेताओं को बताया कि केंद्र सरकार बांग्लादेश सेना के भी संपर्क में है. सूत्रों के मुताबिक उन्होंने कहा कि सरकार सही समय पर उचित कार्रवाई करेगी.
सूत्रों के मुताबिक, बैठक में नेताओं को बताया गया कि बांग्लादेश में 20,000 भारतीय नागरिक हैं. अब तक 8,000 भारतीय नागरिक वापस आ चुके हैं. जयशंकर ने बैठक में बताया कि भारत सरकार भारतीय नागरिकों के संपर्क में है और वहां उच्चायोग लगातार काम कर रहा है.
सर्वदलीय बैठक के सूत्रों ने बताया कि नेताओं को बताया गया कि ध्यान अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर है. सर्वदलीय बैठक के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भारत की दीर्घकालिक और अल्पकालिक रणनीति के बारे में जानकारी ली. सरकार ने कहा कि यह एक विकासशील स्थिति थी और वे इसका विश्लेषण करना जारी रखेंगे.