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‘ममता बांग्लादेशी बदमाशों को पनाह दे रही हैं, अगर… तो वे उनका गला काट देंगे’: ममता को दिलीप घोष की गंभीर चेतावनी

कोलकाता (The Bihar Now डेस्क)| शेख हसीना (Sheikh Hasina) के बांग्लादेश से नाटकीय ढंग से चले जाने के बाद अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हिंसक हमलों का सामना करने के बीच भाजपा सांसद दिलीप घोष (BJP MP Dilip Ghosh) ने बुधवार को कहा है कि पड़ोसी देश में अराजकता पैदा करने वाले उपद्रवी भारत में भी प्रवेश कर चुके हैं. उन्होंने दावा किया कि बांग्लादेशियों ने सीएए (Citizenship Amendment Act, 2019) के नाम पर ट्रेनों में आग लगा दी और दुकानों और घरों को लूट लिया.

2015-2021 तक बंगाल भाजपा प्रमुख के रूप में कार्य करने वाले घोष ने एक ट्वीट में कहा, “2021 के विधानसभा चुनावों के बाद, उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं पर अत्याचार किया. अब उन्होंने टीएमसी (TMC) पर कब्जा कर लिया है. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) उन्हें (बांग्लादेशी गुंडों को) आश्रय दे रही हैं. उन्हें नहीं पता कि वह बाघ की पीठ पर सवार हैं. जिस दिन वह उतरने की कोशिश करेंगी, वे बदमाश उनका गला काट (miscreants will slit her throat) देंगे.”

प्रधानमंत्री के रूप में शेख हसीना के अचानक इस्तीफे और नाटकीय प्रस्थान के बाद बांग्लादेश अराजकता में डूब गया है और हजारों लोग सड़कों पर उतर आए और पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग (Awami League) से जुड़ी हर चीज को नष्ट कर दिया. उन्होंने हिंदुओं, उनके व्यवसायों और मंदिरों को भी निशाना बनाया.

ढाका स्थित द डेली स्टार ने बताया कि बांग्लादेश के सभी 27 जिलों में हिंदुओं को निशाना बनाया गया.

विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने मंगलवार को बताया कि कई स्थानों पर अल्पसंख्यकों, उनके व्यवसायों और मंदिरों पर हमले हुए.

मंगलवार को पश्चिम बंगाल बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी (West Bengal BJP leader Suvendu Adhikari) ने बांग्लादेश में हिंदुओं और मंदिरों पर हो रहे हमलों पर चर्चा के लिए गृह मंत्री अमित शाह (Home Minister Amit Shah) से मुलाकात की. शाह से मुलाकात के बाद अधिकारी ने बंगाल में सत्ता में मौजूद तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) सहित विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सभी को सीएए (CAA) की आवश्यकता को स्वीकार करना होगा.

ममता बनर्जी और अन्य विपक्षी नेता सीएए का विरोध कर रहे हैं, जो 31 दिसंबर 2014 तक भारत आने वाले तीन मुस्लिम-बहुल देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में सताए गए अल्पसंख्यकों को नागरिकता की अनुमति देता है. बनर्जी ने साफ कर दिया है कि वह बंगाल में सीएए की इजाजत नहीं देंगी.

अधिकारी ने कहा कि पड़ोसी देश में हिंदुओं और उनके मंदिरों पर अत्याचार जारी है. उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाए जाने के बाद उनकी मां अपने माता-पिता के साथ बांग्लादेश छोड़ गई थीं और ऐसी घटनाएं होती रहती हैं.

इस बीच, बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज बताया कि बांग्लादेश नागरिकों का एक बड़ा समूह आज शाम उत्तर बंगाल के साथ लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा पर विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग स्थानों पर एकत्र हुआ. अधिकारी ने कहा, वे भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास कर रहे थे. “उन्हें बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, नागरिक प्रशासन और बीएसएफ कर्मियों की मदद से तितर-बितर किया गया.”