चंद्रमा पर उतरने से पहले इसरो ने चंद्रयान-3 लैंडर द्वारा ली गई तस्वीरें साझा कीं
नई दिल्ली (TBN – The Bihar Now डेस्क)| भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation) ने गुरुवार को चंद्रयान-3 मिशन के विक्रम नाम के स्वदेशी लैंडर मॉड्यूल से ली गई चंद्रमा और पृथ्वी की ताजा छवियों का एक सेट साझा किया. चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में केवल एक पखवाड़ा शेष है. अंतरिक्ष यान ने 5 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया था. इसके 23 अगस्त को चंद्रमा पर उतरने की उम्मीद है.
छवियों में स्पष्ट रूप से चंद्रमा के क्रेटर एरिस्टार्चस, एडिंगटन और पाइथागोरस के साथ-साथ चंद्रमा की सतह पर अंधेरे मैदानों में से एक ओशनस प्रोसेलरम दिखाई देता है. इसके अलावा, एक अन्य छवि जहां पृथ्वी को दूर से दिखाया गया है, जैसा कि 14 जुलाई को लैंडर इमेजर कैमरे द्वारा देखा गया था, जिस दिन देश का तीसरा मानवरहित चंद्रमा लैंडर मिशन लॉन्च किया गया था.
चंद्रयान -3 प्रोपेलर चंद्रमा के करीब ले जाने और विक्रम को चंद्र सतह पर उतरने की अनुमति देने के लिए कई डी-ओर्बिटिंग तरकीबें लगाएगा.
इसरो प्रमुख एस सोमनाथ (ISRO Chief S Somanath) ने पहले कहा था कि प्रोपल्शन मॉड्यूल लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग सुनिश्चित करने के लिए एक तंत्र ‘डीबसूस्ट’ करेगा.
उन्होंने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, “अगर सब कुछ विफल हो जाता है, अगर सभी सेंसर विफल हो जाते हैं, कुछ भी काम नहीं करता है, फिर भी यह (विक्रम) लैंडिंग करेगा. इसे इसी तरह डिजाइन किया गया है – बशर्ते कि प्रणोदन प्रणाली अच्छी तरह से काम करे.”
सोमनाथ के अनुसार, ये डी-ऑर्बिटिंग तरकीब 9 अगस्त, 14 अगस्त और 16 अगस्त को तब तक किया जाएगा जब तक इसकी कक्षा चंद्रमा से 100 किमीx100 किमी तक कम नहीं हो जाती.