बिहार सरकार के इस फैसले से बढ़ी शिक्षकों की मुसीबतें

औरंगाबाद (TBN – The Bihar Now डेस्क) | बिहार में एक तरफ जहाँ शिक्षक संघ लगातार सेवा शर्त की मांग कर रहा है, वही आज बिहार सरकार ने शिक्षकों की मुश्किलों को कम करने के बजाए और बढ़ा दी है. दरअसल कुछ दिन पहले बिहार सरकार द्वारा बिहार के 20 जिलों के शिक्षकों को दूसरे बैंक में खाता खुलवाने का निर्देश दिया गया था. इसके बाद शुक्रवार को औरंगाबाद के बैंक में शिक्षकों का हुजूम उमड़ पड़ा है. इस दौरान न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा है और न ही कोरोना को लेकर केंद्र सरकार के गाइडलाइन का पालन.
मामला दाउदनगर अनुमंडल का है जहाँ बैंक के सामने सुबह से कतार में लगे शिक्षकों ने बताया कि बिहार सरकार के द्वारा यह शिक्षकों को अपने वेतन प्राप्त करने हेतु स्टेट बैंक में खता खुलवाने का दिशा निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि पहले शिक्षकों का वेतन पंजाब नेशनल बैंक से मिलता था.
कतार में लगे शिक्षकों ने बताया कि बिहार सरकार के द्वारा यह सभी शिक्षकों को अपना वेतन प्राप्त करने हेतु स्टेट बैंक में खाता खुलवाने का दिशा निर्देश दिया गया है. उन्होंने बताया कि पहले शिक्षकों का वेतन पंजाब नेशनल बैंक से मिलता था. लेकिन अब स्टेट बैंक में खाता खुलवाने के निर्देश के बाद शिक्षक काफी परेशान है.
खाता खुलवाने की अंतिम तिथि 15 सितम्बर तक निर्धारित की गयी है जिससे शिक्षकों में अफरा तफरी मची हुई है. शिक्षकों का कहना है कि तीन प्रखंडों के शिक्षकों का खाता खोला जाना है. इस परेशानी को देखते हुए बैक को काउंटर की संख्या बढानी चाहिए. वहीँ ऑनलाइन अप्लाई करने वाले लोगों को यह डर सता रहा है की 15 दिनों की उनकी समय सीमा समाप्त न हो जाये. उन्होंने जिला प्रशासन से रोस्टर सिस्टम लागू करने की मांग की है.