फंस गए सांसद पप्पू यादव, सुरक्षा बढ़ाने के लिए किया धमकी का ड्रामा !
पूर्णिया / पटना (The Bihar Now डेस्क)| राजनीतिक कार्यालयों से लेकर पुलिस मुख्यालय तक जो बातें धीरे-धीरे कही जा रही थीं, वो अब सच में बदल गई हैं. एक वीडियो में सांसद पप्पू यादव को लॉरेंस बिश्नोई का नाम लेकर धमकाने वाला व्यक्ति उनके अपने समर्थक के रूप में सामने आया है. इस व्यक्ति ने सारी बातें उगल दी हैं.
कांग्रेस में जाने से पहले निर्दलीय रहने वाले पूर्णिया की जनता ने जिस नेता पर भरोसा किया, वह अब मुश्किल में नजर आ रहा है. निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को एक वीडियो संदेश में पांच-छह दिन जिंदा रहने की धमकी देने वाला व्यक्ति उनके पुराने समर्थक बताया जा रहा है, जो कि जन अधिकार पार्टी से जुड़ा था. यह जानकारी पुलिस ने दी है.
वीडियो भेजने वाले व्यक्ति, जिसका नाम राम बाबू राय बताया जा रहा है, का तक पहुँचने के लिए आईटी-इंटेलिजेंस की मदद से पुलिस टीम ने काम किया. उस व्यक्ति ने खुलासा किया कि इस पूरे मामले के लिए उसे दो लाख रुपए मिलने थे. उसने बताया कि यह पैसे सांसद की सुरक्षा बढ़ाने के लिए चाहिए थे.
पप्पू की पुरानी पार्टी का था वह
पूर्णिया के एसपी कार्तिकेश शर्मा ने मंगलवार दोपहर जानकारी दी कि सांसद पप्पू यादव को जान से मारने की धमकी देने वाले राम बाबू राय ने एक चौंकाने वाला राज़ खोला है. पूछताछ में राम बाबू राय ने बताया कि वह आरा में निर्दलीय सांसद की पुरानी पार्टी (जाप) का नेता है.
एसपी के अनुसार, राम बाबू ने बताया कि सांसद की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए ऐसा किया गया था. सांसद के समर्थकों ने राम बाबू से संपर्क कर इस धमकी देने वाला वीडियो बनवाने के लिए कहा था.
उसको मिलते दो लाख रुपये
एसपी ने आगे बताया कि पुलिस पूछताछ में राम बाबू ने कहा कि एक महीने पहले सांसद के करीबी समर्थक ने उसे कॉल करके धमकी भरा वीडियो बनाने के लिए कहा था. उस समर्थक ने कहा कि सांसद को ‘जेड’ सिक्योरिटी दिलवानी है, इसलिए ऐसा करना जरूरी है. इसके बदले में राम बाबू को दो लाख रुपये मिलना तय हुआ था और पार्टी में बड़ा पद देने का भी वादा किया गया था.
पुलिस के अनुसार, उसे एडवांस में दो हजार रुपये भी दिए गए थे. राम बाबू ने दो वीडियो बनाए, जिसमें से एक वीडियो इशारा मिलते ही सांसद के नंबर पर भेजा गया. यह भी स्पष्ट किया गया कि राम बाबू का लॉरेंस बिश्नोई ग्रुप से कोई संबंध नहीं है.
पप्पू के सहयोगियों ने किया था संपर्क
एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि चार से पाँच साल पहले सांसद आरोपी के गांव गए थे. उस समय रामबाबू राय ने पप्पू यादव के साथ एक फोटो खिंचवाई थी. शायद रामबाबू ने पप्पू यादव की पुरानी पार्टी भी जॉइन की थी. एसपी ने कहा कि आरोपी द्वारा दी गई जानकारी की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है और इसकी जांच जारी है.
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उन्होंने बताया कि सांसद के सहयोगियों ने रामबाबू से संपर्क किया था. उन्हें बताया गया कि सांसद की सुरक्षा बढ़ाने के लिए जरूरी है कि कोई धमकी दी जाए और इसके लिए रामबाबू को तैयार किया गया.
पुलिस को मिले दो वीडियो
पुलिस के अनुसार, समर्थकों ने रामबाबू को कुछ पैसे दिए और भविष्य के लिए लालच भी दिया. रामबाबू ने दो धमकी भरे वीडियो बनाए थे, जिनमें से एक सांसद को भेज दिया गया, जबकि दूसरा अभी पास रखा है. पुलिस को दोनों वीडियो मिल चुके हैं.
एसपी ने बताया कि जिन लोगों का नाम आरोपी ने लिया है, उनकी जांच की जा रही है. आरोपी ने ये दोनों वीडियो एक महीने पहले ही बनाए थे. जब एसपी से पूछा गया कि आरोपी ने किन समर्थकों का नाम लिया, तो उन्होंने कहा कि यह जांच का हिस्सा है, इसलिए हम अभी नाम नहीं बता सकते.