नकली सोना को असली बता बैंक से लिया गोल्ड लोन, लगाया 5 करोड़ रु का चूना
बख्तियारपुर / बाढ़ (TBN – अखिलेश्वर सिन्हा की रिपोर्ट) | पटना जिले के बाढ़ अनुमंडल में बैंक ऑफ़ इंडिया के दो ब्रांचों, बख्तियारपुर और बाढ़, से गोल्ड लोन लेकर कुल 5 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. इतनी बड़ी राशि का गोल्ड लोन कई लोगों ने बैंक को नकली सोना देकर लिया था. इस धोखाधड़ी में गोल्ड वैल्यूअर भी शामिल है. दोनों मामलों में बैंक द्वारा थाने में प्राथमिक दर्ज करा दी गई है.
पहला मामला बख्तियारपुर थानांतर्गत बैंक ऑफ़ इंडिया के माधोपुर शाखा का है. इस शाखा में पिछले कई महीनों से कुछ बैंककर्मी और वेल्युअर की मिलीभगत से यह खेल चल रहा था. यहां बैंक ऑफ़ इंडिया के शाखा प्रबंधक ने 82 गोल्ड लोन धारकों और एक गोल्ड वैल्यूअर सुमित कुमार के नाम से प्राथमिक दर्ज करवाई है. यहां लगभग 3 करोड़ रु का गवन हुआ है.
दरअसल, गोल्ड वैल्यूअर सुमित कुमार ग्राहकों से मोटी रकम वसूल कर नकली सोने को असली सोने का सर्टिफिकेट दे देता था. फिर लोग उस सर्टिफिकेट के आधार पर गोल्ड लोन ले लेते थे. वैसे, यह मामला तब उजागर हुआ जब लोन का किश्त जमा करने की बात आई. लोन लेने वालों ने न ही किश्त जमा किया और न ही बैंक के लोगों का फोन ही उठाया. ऐसे में शक होने पर गिरबी रखे जेवरातों की वैल्यु निकालने के लिए मशीन से इनकी जांच की गई. जांच में अधिकतर सोना काफी कम कैरेट (शुद्धता) के निकले.
उसी तरह, बाढ़ में लंगरपुर स्थित बैंक ऑफ इंडिया में गोल्ड लोन के नाम पर धोखाधड़ी मामला सामने आया. यहां भी नकली सोने को असली बताकर गोल्ड लोन के नाम पर लगभग 2 करोड़ रु हड़प लिए गए हैं. इस धोखाधड़ी में भी वैल्यूअर की मिलीभगत बताई जा रही है. इस बाबत बैंक ऑफ इंडिया, बाढ़ के मैनेजर विकास चंद्र सिन्हा ने बाढ़ थाने में एक वैल्यूअर सहित 22 अभियुक्तों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है.
प्राथमिकी में कहा गया है कि जिस वैल्यूअर (स्वर्णकार) ने नकली सोने को असली सोने के रूप में प्रमाणित किया था और जिसके आधार पर बैंक ने लोगों को लोन की सुविधा मुहैया कराई थी, उसका नाम सुमित कुमार, पिता- हीरालाल साव है. वह बख्तियारपुर के हकीकतपुर का रहने वाला बताया जाता है.
इन मामलों में ग्राहकों ने बैंक को 5 करोड़ का चूना लगा दिया है. बाढ़ थाना में दर्ज एफआईआर में गोल्ड लोन लेनेवालों में कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं – बख्तियारपुर निवासी पवन कुमार, बाढ़ के चोंदी निवासी ऋतुराज कुमार, सिंहेश्वर सिंह, प्रमिला देवी, पंडारक निवासी मनोज कुमार, अथमलगोला निवासी पूजा देवी, वेल्लोर निवासी चंदन कुमार.
इधर केस दर्ज होते ही पुलिस हरकत में आ गई है और मामले को गंभीरता से लेते हुए अनुसंधान में लग गई है. मामले के जांच की कमान बाढ़ थाने की बेबी कुमारी को सौंपी गई है. बताया जा रहा है कि इस तरह का मामला अभी और बैंकों से भी सामने आ सकता है.