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बिना डॉक्टर के चल रहा था यह अस्पताल

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क) | बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्था कितनी बुरी हो चुकी है इसका अंदाज़ा हम इस घटना से लगा सकते है. बिहारशरीफ के दीपनगर थानान्तर्गत साठोपुर स्थित मोना हॉस्पीटल बिना डॉक्टर्स के चल रही थी. जी हाँ, यह सच है.

दरअसल बीती रात सिविल सर्जन डॉ राम सिंह इस क्लिनिक में अचानक पहुंच कर छापेमारी की. छापेमारी के दौरान अस्पताल की हालत देख कर डॉ राम सिंह हक्के-बक्के रह गए. उन्होंने देखा कि क्लिनिक के ऑपरेशन थिएटर में एक नर्स गर्भवती महिला का सिजेरियन डेलीवरी करा रही थी. छापेमारी की खबर मिलते ही अस्पताल के कर्मी वहां से फरार हो गए.

जब पूछा गया तो किसी ने भी डॉक्टर का नाम नहीं बताया. यहाँ तक कि पूरे क्लिनिक में एक भी बोर्ड नहीं था और ना ही किसी चिकित्सक का नेमप्लेट. हालांकि ऑपरेशन कर रही युवती ने एक चिकित्सक के द्वारा ऑपरेशन करने की बात कही. लेकिन चिकित्सक कौन थे, उसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गयी.

डॉ राम सिंह ने बताया कि लोगों से शिकायत मिली थी कि मोना हॉस्पीटल बिना निबंधन तथा बिना डॉक्टर के संचालित हो रहा है. यहाँ मरीजों की अच्छी-खासी भीड़ होती है जिनका इलाज नर्स और अन्य स्वास्थ्यकर्मी करते हैं. यहां तक कि ऑपरेशन भी अस्पताल से कर्मी ही करते थे. इसी शिकायत के आधार पर वे मोना हॉस्पीटल अचानक पहुंचे थे.

बताते चले कि दो माह पहले भी सिविल सर्जन डॉ राम सिंह ने ही इसी मोना हॉस्पीटल में छापेमारी की थी. उस समय भी वहां पर कोई चिकित्सक नहीं मिला था. उन्होंने इसकी रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को दी थी लेकिन आज तक इस अस्पताल प्रबंधन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.