तत्काल टिकट की लाइन में तकरार इतनी बढ़ी कि युवक ने मार दी गोली
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार में अपराध (Crime in Bihar) बेलगाम हो चला है. रविवार को पटना (Patna) के बिहटा रेलवे स्टेशन (Bihta Railway Station) पर एक युवक ने मामूली विवाद में दूसरे को गोली मार दी. इनके बीच तत्काल टिकट के लिए लाइन में खड़े होने के लिए विवाद हुआ था. सूचना मिलने पर रेलवे पुलिस (Rail Police) मौके पर पहुंची, लेकिन इतने समय में आरोपी वहां से फरार हो चुका है. रेलवे पुलिस ने आनन फानन में गोली लगने से घायल युवक को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. पुलिस ने पीड़ित के बयान के अधार पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस के मुताबिक रविवार की दोपहर बिहटा स्टेशन के रिजर्वेशन काउंटर (Reservation counter of Bihta station) पर तत्काल में टिकट लेने वालों की लंबी कतार लगी थी. इसी बीच एक युवक लाइन तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश करने लगा. इतने में पीछे से एक युवक ने उसे टोक दिया. इसी बात को लेकर दोनों में पहले कहासुनी हुई और फिर आरोपी ने अचानक जेब से पिस्टल निकाली और टोकने वाले युवक को गोली मार दी. इससे पीड़ित युवक जमीन पर गिर कर तड़पने लगा. इधर, स्टेशन पर फायरिंग की आवाज से हड़कंप मच गया. लोग इधर से उधर भागने लगे. इतने में मौके पर जीआरपी (GRP) और आरपीएफ (RPF) की टीम पहुंची और हालात को संभाला.
नहीं हो सकी पहचान आरोपी की
रेलवे पुलिस के मुताबिक आरोपी की पहचान अभी तक नहीं हो सकी है. वह भीड़ का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गया. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक घायल बिहटा के ही रहने वाले मुदरीश खान (25) के रूप में हुई है. जीआरपी के थानाधिकारी मुकेश कुमार के मुताबिक घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत चिंताजनक बनी हुई है. हालांकि पुलिस ने पीड़ित का बयान दर्ज कर लिया है. इस बयान के आधार पर केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है.
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झगड़ा होना कोई नई बात नहीं
तत्काल टिकट के लिए मारामारी कोई नई बात नहीं है. दरअसल तत्काल टिकट के लिए काउंटर वैसे तो एसी बोगी के लिए दस बजे और स्लीपर के लिए 11 बजे खुलता है और दोनों के लिए एक एक घंटे तक बुकिंग भी होती है. लेकिन मुश्किल से दो से तीन मिनट में सभी ट्रेनों में तत्काल टिकट के लिए आरक्षित सीटें बुक हो जाती है. ऐसे में लोग तत्काल टिकट के लिए रात में आकर लाइन में खड़े हो जाते हैं. वहीं शुरुआती दो से तीन मिनट के अंदर खिड़की तक पहुंचने के लिए खूब धक्का मुक्की होती है.
(इनपुट – न्यूज)