बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस ट्रेन से 24 नाबालिग मुस्लिम बच्चों को लेकर जा रहा संदिग्ध गिरफ्तार
महोबा / खगड़िया (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस ट्रेन से एक संदिग्ध युवक को गिरफ्तार किया गया है. वह युवक 24 नाबालिग मुस्लिम बच्चों को अपने साथ ट्रेन में ले जा रहा था.
युवक के सन्दिग्ध होने पर चाइल्ड हैल्पलाइन ने आरपीएफ और जीआरपी की मदद से सभी बच्चों को महोबा रेलवे जंक्शन पर उतारा और उनकी डॉक्टरी परीक्षण कर सीडब्ल्यूसी को सौपने की तैयारी शुरू कर दी. फिलहाल पुलिस सन्दिग्ध युवक से पूछतांछ कर अग्रिम कार्यवाही में जुट गई है. उस युवक का नाम अनवर बताया जा रहा है.
दरअसल चाइल्ड हैल्प लाइन को सूचना मिली थी कि 24 नाबालिग मुस्लिम बच्चों को लेकर एक युवक बरौनी-अहमदाबाद एक्सप्रेस ट्रेन से गुजरात जा रहा है. उसके बाद चाइल्ड लाइन ने आरपीएफ और जीआरपी की मदद से सन्दिग्ध युवक सहित सभी बच्चों को महोबा रेलवे जंक्शन पर उतार लिया.
बच्चों को ले जाने वाले युवक ने अपना नाम अनवर बताया है. वह सभी बच्चों को खगड़िया जिले के सहसीवां से गुजरात के एक मदरसे में लेकर जा रहा था. लेकिन जब उससे पूछताछ की गई तो वह सही जानकारी नहीं दे सका.
संदिग्ध युवक अनवर ने बताया कि वह सभी बच्चों को खगड़िया जिले के सहसीवां से लेकर आया है और गुजरात स्थित एक मदरसे में पढ़ने के लिए लेकर जा रहा है. उसके अनुसार, इनके माता पिता ने कहा था कि हम लोग एक बार भी गुजरात नहीं गए हैं, इसलिए इन्हें हम लेकर छोड़ने जा रहे हैं. उसने बताया कि उस मदरसे के प्रिंसिपल ने सभी 24 बच्चों के टिकट बनाकर भेज दिए थे इसलिए इन्हें लेकर जा रहे हैं.
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वहीं चाइल्ड हैल्प लाइन के मनोज कुमार बताया कि हमको एक कॉलर द्वारा फोन आया था कि बरौनी से अहमदाबाद जाने वाली ट्रेन में कुछ ऐसे बच्चे है जिनके संरक्षक नहीं है. फिर हमारी चित्रकूट की टीम स्टेशन पहुँची, तब तक ट्रेन वहां से निकल चुकी थी.
इसके बाद बाँदा से हेडकांस्टेबल अनुरुद्ध सिंह ट्रेन में सादे ड्रेस में आये और उन बच्चों से बात की. अनुरुद्ध सिंह ने जब अनवर से स्वीकृति पत्र मांगा तो उसके पास बच्चों का स्वीकृति पत्र नहीं था और न ही आधे बच्चों की आईडी थी. इससे यह शक पैदा हो गया कि यह एक बड़ा मामला है, कोई बड़ा रैकेट है.
इसी आधार पर जीआरपी तथा आरपीएफ महोबा ने साथ मिलकर सभी बच्चों को ट्रेन से उतार लिया. पुलिस ने बताया कि इन सभी बच्चों को न्यायालय में पेश कर इनके हित का ध्यान रखते हुए कार्यवाई की जाएगी.
उसके बाद, संदिग्ध युवक अनवर के द्वारा बताए गए मदरसे के बारे में पता किया गया तो वह फर्जी निकला. पुलिस के अनुसार, इससे यह साबित होता है कि वह युवक इन बच्चों को मदरसे में नहीं बल्कि कहीं और लेकर जा रहा था.
मामले के बारे में आरपीएफ इंस्पेक्टर रजिंदर ने बताया कि ऐसी सूचना मिली थी कि बरौनी-अहमदाबाद ट्रेन से एक युवक 24 बच्चों को लेकर कहीं जा रहा है. उन्हें बाँदा में रोकने का प्रयास किया गया लेकिन समय न होने की वजह से ट्रेन नहीं रुकी. उसके बाद चाइल्ड लाइन और जीआरपीएफ की मदद से सभी बच्चों को उतारा गया उनसे पूछताछ की जा रही है.