राजधानी में दौड़ा-दौड़ाकर पीटे गए दारोगा, क्या बिहार में पुलिस का इकबाल हो रहा कम?
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राजधानी पटना में एक वांरटी के परिजनों ने दारोगा को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा (Sub-inspector beaten up by relatives of one warrantee in Patna). दारोगा यहां से किसी तरह से अपनी जान बचाकर भागे. एक वारंटी का पता सत्यापण करने गए दारोगा को आरोपी के परिजनों दारोगा की पिटाई कर दी. दारोगा किसी तरह मौके से अपनी जान बचाकर भाग निकले.
जानकारी के मुताबिक, बिहार पुलिस का एक दारोगा राजधानी के दीघा थाना (Digha PS, Patna) इलाके के जहाज घाट गली (Jahaj Ghat Gali, Digha, Patna) में एक वारंटी का पता सत्यापण करने गए थे. इसके बाद मामले में फरार चल रहे आरोपी के परिजनों दारोगा की पिटाई कर दी. आरोपी का नाम उपेंद्र राय है. रामजीचक निवासी लल्लू राय के बेटे उपेंद्र राय के विरुद्ध काफी पुरानी मामले में वारंट निकला था. इसके बाद दीघा थाने में तैनात दारोगा राघवेंद्र नारायण सिंह वांरटी के पता का सत्यापन करने सिंह जहाज घाट गली पहुंचे.
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दारोगा का मोबाइल और चश्मा तोड़ डाला
जहाज घाट गली पहुँचने के बाद दारोगा ने मोहल्ले के एक व्यक्ति से आरोपी उपेन्द्र राय के घर की जानकारी ली. इसके बाद वह आरोपी के घर पहुंच गए. जब दारोगा ने आरोपी के बारे में पूछा कि वह कहां हैं, तो ऐसा सुनते ही वहां मौजूद 7-8 लोग एक साथ दरोगा पर टूट पड़े और लात – घूसों से उनकी जमकर पिटाई कर दी. इस दौरान लोगों ने दारोगा का मोबाइल और चश्मा तोड़ दिया साथ ही उनकी मोटरसाइकिल भी छीनने की कोशिश की.
किसी तरह जान बचाकर भागे
पिटाई होते देख दारोगा किसी तरह वहां से जान बचाकर भागे. फिर उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया. उसके बाद मामले की जानकारी दीघा थानाध्यक्ष को दी गई. घटना के बाद पुलिस फिर से आरोपी उपेन्द्र राय के घर पहुंची और आरोपी के पिता को हिरासत में ले लिया. पीड़ित दारोगा के अनुसार मारपीट करने वाली भीड़ का नेतृत्व विनोद पाल का बेटा बिट्टू कर रहा था जो कई मामलों में पहले भी जेल जा चुका है.
बताते चलें, DGP की कमान संभालने के बाद आरएस भट्टी ने अपने पुलिसकर्मियों को अपराधियों को दौड़ाने का टास्क दिया था. तब DGP राजविंदर सिंह भट्टी ने थानेदार और एसपी को क्राइम कंट्रोल का फॉर्मुला बताते हुए कहा था – क्राइम होने से पहले ही एक्टिव रहो. क्रिमिनल को दौड़ाओगे तो क्राइम कम होगा. वो बैठे रहेंगे तो दिमाग में खुराफात चलता रहेगा. अगर आप अपराधियों को नहीं दौड़ाएंगे तो वो आपको दौड़ाएंगे.” लगता है DGP आरएस भट्टी की बातों को शायद उनकी पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया लेकिन अपराधियों को यह बात ज्यादा जंच गई है.
(इनपुट-न्यूज)