वायरल वीडियो मामले में सदर थानाध्यक्ष निलंबित
सहरसा (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राज्य के एक थाने का थानाध्यक्ष शराब पीकर लड़कियों के साथ मस्ती (SHO dances with girls after drinking alcohol) कर रहा था. उसका इस मस्ती भरे कारनामों का जब एक वीडियो वायरल (Viral Video) हुआ तो प्रशासन सक्रिय हुआ. फिर क्या था, शराब, शबाब एवं कबाब के साथ झुकते नजर आने वाले थानेदार को सस्पेन्ड कर पुलिस लाइन हाजिर कर दिया गया.
जी हाँ, यह किस्सा है सहरसा सदर के एसएचओ जयशंकर प्रसाद (SHO of Saharsa Sadar Jaishankar Prasad) का, जिनका एक वीडियो और फोटो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. उनका शराब, शबाब और कबाब का आनंद लेते वायरल वीडियो के चर्चित होने के बाद जिले की एसपी लिपि सिंह (Lipi Singh IPS) ने उन्हें निलंबित कर पुलिस लाइन हाजिर कर दिया है.
मंगलवार को एसपी लिपि सिंह ने इस मामले को लेकर एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया. इसमें उन्होंने बताया कि सोमवार शाम में उन्हें वायरल वीडियो मिला. उसमें कुछ फोटो और कुछ वीडियो था जिसमें सहरसा सदर के एसएचओ दिख रहे हैं. इसे तुरंत एसडीपीओ सदर को जांच के लिए दिया गया.
एसपी ने कहा कि फोटो और वीडियो को देखकर एसएचओ की अनुशासनहीनता दिख रही है. बिहार में पूर्ण रूप से शराब बंदी लागू है. यह उस उस नियम के विरुद्ध आचरण है.
उन्होंने कहा कि इस मामले को देखने के लिए डीएसपी के नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया है. इस एसआईटी के द्वारा एसएचओ जयशंकर प्रसाद के क्रिया कलाप और पूर्व से उनके आचरण का आकलन करेगा. इसकी रिपोर्ट आने के बाद उनकी नौकरी पर भी खतरे की संभावना बन रही है.
यह भी पढ़ें| रीतलाल मामले में तत्कालीन एसएसपी मनु महाराज समेत तीन की कोर्ट में गवाही
लिपि सिंह ने कही कि आपको पता है कि हम लोग हर साल शपथ लेते हैं कि शराब न पीना है और न ही पिलाना है, साथ ही जो यह कारोबार करते हैं, हम लोगों को उस पर कार्रवाई करनी है. इसमें हमें बिल्कुल ही संलिप्त नहीं रहना है. यह सरकार की सबसे महत्वपूर्ण टास्क है. जिसे इंप्लीमेंट कराने के लिए हम लोगों को जिम्मेवारी दिया गया है. इसे हम लोग लागू कराने के लिए हैं.
उन्होंने कहा कि एसएचओ जयशंकर प्रसाद का मामला यह पूरी तरह कर्तव्यहीनता और अनुशासनहीनता है. सदर थानाध्यक्ष को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड करते हुए लाइन हाजिर कर विरुद्ध जांच की जा रही है. जांच के बाद अन्य सख्त कार्रवाई भी उनके विरुद्ध की जा सकती है.
बिहार में शराबबंदी कानून लागू है. इस कानून को लागू कराने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी पुलिस को दी गई है. ऐसे में जब थानेदार बाबू ही शराब के साथ झूमते नजर आए तो क्या कहना. वायरल वीडियो में उन्हें यह भी एहसास नहीं था कि उन्होंने पुलिस मैन्यू के तहत शराब नहीं पीने की शपथ ली है. खैर, पुलिस कप्तान ने अब उन्हें निलंबित कर दिया है और उनपर आगे की कार्यवाई एसआईटी की जांच रिपोर्ट के बाद ही तय की जाएगी. देखना यह है कि थानेदार पर क्या कार्यवाई होती है ताकि दूसरों के लिए एक सबक बने.