क्राइमफीचर

शराब पीकर डीआईजी से बात कर रहा था रीडर, पुलिस बुला करवाया गिरफ्तार

बेतिया (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार में पूर्ण शराबबंदी लागू (Complete prohibition is in force in Bihar) है, लेकिन फिर भी लोग शराब पीने से बाज नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला पश्चिमी चंपारण जिले के बेतिया का है जहां चंपारण रेंज के डीआईजी प्रणव कुमार प्रवीण (Champaran Range DIG Pranav Kumar Praveen) ने पुलिस बुलाकर अपने रीडर देवाशीष मित्रा को शराब पीने के जुर्म में (DIG got his reader arrested for drinking alcohol) जेल में डलवा दिया.

रीडर को रविवार देर शाम डीआईजी आवास स्थित बैरक से गिरफ्तार किया गया. देवाशीष मित्रा भागलपुर जिले के बरारी थाना क्षेत्र के खंजरपुर के रहने वाले हैं. वे पिछले कई वर्षों से डीआईजी के गोपनीय रीडर के रूप में कार्यरत हैं.

मुफस्सिल थाना अध्यक्ष उग्र नाथ झा ने कहा कि पुलिस को सूचना मिली थी कि रीडर नशे में है. इसके बाद उसे डीआईजी आवास की बैरक से हिरासत में लेकर थाने लाया गया. ब्रेथ एनालाइजर मशीन से जांच करने पर पता चला कि उसने शराब पी रखी थी, जिसके बाद पाठक देवाशीष मित्रा को गिरफ्तार कर लिया गया. फिलहाल पाठक को मुफस्सिल थाने में रखा गया है. कोरोना टेस्ट और मेडिकल जांच के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है.

वहीं, पुलिस अधीक्षक (SP) उपेंद्रनाथ वर्मा ने बताया कि डीआईजी प्रणव कुमार प्रवीण ने रीडर के नशे में होने की सूचना दी थी. इसके बाद रीडर देवाशीष मित्रा को पुलिस टीम भेजकर गिरफ्तार किया गया.

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पुलिस सूत्रों के मुताबिक रविवार रात डीआईजी प्रणव कुमार प्रवीण ने रीडर को किसी काम के सिलसिले में फोन किया था. बातचीत के दौरान डीआईजी ने महसूस किया कि रीडर नशे में है. इसके बाद उन्होंने एसपी को सूचना दी और कार्रवाई करने को कहा. डीआईजी से मिली जानकारी के आलोक में एसपी ने कार्रवाई की है.

बता दें कि बिहार में पिछले छह साल से पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है. 2015 में विधानसभा चुनाव जीतने और सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, नीतीश कुमार ने अप्रैल 2016 में पूरे राज्य में शराबबंदी कानून लागू किया था. इसके तहत राज्य में शराब बेचने और खरीदने पर पूर्ण प्रतिबंध है. अगर कोई इसका उल्लंघन करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है.