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भ्रष्टाचार में लिप्त चार अधिकारियों को मध-निषेध विभाग ने किया निलंबित

पटना (The Bihar Now डेस्क)| मधनिषेध, उत्पाद और निबंधन विभाग (Prohibition, Excise and Registration Department) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए चार अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इन चारों पर अवैध रूप से पैसे मांगने का आरोप लगाया गया है. यह कार्रवाई विभाग के आयुक्त रजनीश कुमार सिंह ने मंगलवार, 3 दिसंबर को की.

निलंबित किए गए अधिकारियों के नाम हैं – सुमन कांत झा (इन्स्पेक्टर), चंदन कुमार (एसआई), दिनेश कुमार दास (एएसआई) और प्रदीप कुमार (मद्यनिषेध सिपाही). ये सभी पूर्णिया में मद्यनिषेध चलिष्णु दल में पदस्थापित हैं. इन सभी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है.

बताया गया है कि विभाग के आयुक्त रजनीश कुमार सिंह को इन सबों के बारे में शिकायत की गई थी. महेन्द्रपुर, पूर्णिया के निवासी महेश पोद्दार ने रविवार, 1 दिसंबर की रात को आयुक्त के व्हाट्सएप पर एक आवेदन और ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजकर चार लोगों पर आरोप लगाए थे. इसके बाद, आयुक्त ने मामले की जांच के लिए पूर्णिया के सहायक आयुक्त मद्यनिषेध को निर्देश दिया, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई.

शिकायतकर्ता महेश पोद्दार ने अपनी शिकायत में निरीक्षक सुमन कांत झा, अवर निरीक्षक चंदन कुमार, सहायक अवर निरीक्षक दिनेश कुमार दास और सिपाही प्रदीप कुमार पर आरोप लगाया था कि उन्होंने गाली-गलौज की और झूठे मामले में फंसाने के बदले उससे धन की मांग की.

ऑडियो रिकॉर्डिंग की जांच के बाद चारों अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया. जांच अधिकारी ने ऑडियो में पैसे के लेन-देन से जुड़ी बातचीत की पुष्टि की. चारों अधिकारियों द्वारा दिए गए स्पष्टीकरण को असंतोषजनक माना गया. जांच में आरोपों को प्रथम दृष्टया सही पाया गया, जिसके बाद चारों अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया.

आयुक्त रजनीश कुमार सिंह ने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अन्य प्राप्त शिकायतों की जांच भी जारी है. यदि शिकायतों की सत्यता साबित होती है, तो भ्रष्टाचार में शामिल कर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.

उन्होंने भ्रष्ट अधिकारियों को चेतावनी देते हुए निर्देश दिया कि सरकार द्वारा नशीले पदार्थों के कारोबार पर रोक लगाने के प्रयासों का उपयोग किसी भी स्थिति में निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए नहीं किया जाना चाहिए.