Big NewsBreakingPatnaक्राइमफीचर

पटना पुलिस ने PFI से जुड़े संभावित आतंकी मॉड्यूल का किया भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| पटना पुलिस ने बुधवार को चरमपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) से लिंक वाले एक संभावित आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया और भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पटना के फुलवारी शरीफ (Patna Police bust potential terror module allegedly linked to extremist organisation PFI) इलाके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

एएसपी मनीष कुमार (Manish Kumar, ASP, Phulwari Sharif) ने बताया कि वह स्थानीय लोगों को चाकू और तलवारें चलाना सिखा रहे थे. साथ ही वह लोगों को सांप्रदायिक हिंसा के लिए भड़का रहे थे.

उन्होंने कहा कि उनका आंतरिक दस्तावेज बहुत आपत्तिजनक है और “भारत में इस्लाम के शासन” की बात करता है. कुमार ने कहा, ‘इंडिया विजन 2047’ (India vision 2047) शीर्षक से साझा किए गए आठ-पृष्ठ लंबे दस्तावेज़ के एक अंश में कहा गया है, “पीएफआई को विश्वास है कि अगर कुल मुस्लिम आबादी का 10 प्रतिशत भी इसके पीछे रैली करता है, तो पीएफआई कायर बहुसंख्यक समुदाय को अपने अधीन कर लेगा और अपना गौरव वापस लाएगा”.

पुलिस अधिकारी ने कहा, “भारत विरोधी गतिविधियों में संलिप्त दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पिछले दो महीनों से आरोपियों के पास दूसरे राज्यों के लोग आ रहे थे। आने वाले लोग टिकट बुक करते समय और होटलों में रहने के दौरान अपना नाम बदल रहे थे.”

मनीष कुमार ने बताया कि पुलिस ने झारखंड के एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी, मोहम्मद जल्लाउद्दीन के साथ ही सिमी के एक पूर्व सदस्य अतहर परवेज को गिरफ्तार किया है. वह फिलहाल पीएफआई और एसडीपीआई (Social Democratic Party of India) का वर्तमान सदस्य हैं.

कुमार ने कहा कि सिमी पर प्रतिबंध लगने के बाद राज्य में 2001-02 में हुए बम धमाकों में परवेज का छोटा भाई जेल गया था. पुलिस अधिकारी ने बताया कि परवेज ने भी लाखों में चंदा जुटाया. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने 6-7 जुलाई को स्थानीय लोगों को मार्शल आर्ट के नाम पर तलवार और चाकुओं का इस्तेमाल करना सिखाया गया और दूसरों को धार्मिक हिंसा के लिए उकसाया.

पुलिस अधिकारी ने दावा किया है कि इस मामले में उनके पास सीसीटीवी फुटेज के साथ गवाहों के खाते भी हैं. परवेज नाम के शख्स ने लाखों में चंदा जुटाया. ईडी मामले की जांच कर रही है.

उन्होंने कहा कि जब्त दस्तावेज़ में इस बात उल्लेख किया गया है कि राज्य के साथ पूर्ण टकराव के मामले में, “कैडरों पर भरोसा करने के अलावा हमें मित्र इस्लामिक देशों से मदद की आवश्यकता होगी.” पुलिस अधिकारी ने दस्तावेज़ के हवाले से कहा, “पिछले कुछ वर्षों में पीएफआई ने इस्लाम के ध्वजवाहक तुर्की के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध विकसित किए हैं.”

यह भी पढ़ें| पटना जिले में 1 घंटे के अंदर 3 की हत्या, पुलिस कर रही जांच

बताते चलें, बिहार में पीएफआई अपनी जड़ें और भी मजबूत करने की ताक में है. बिहार पुलिस पहले भी PFI सदस्यों पर शिकंजा कसती रही है. बता दें कि पिछले दिनों बिहार मेंअग्निपथ योजना के विरोध में हिंसा भड़की थी. इसमें भी पीएफआई कनेक्शन सामने आया था. कटिहार में इंटेलिजेंस इनपुट के आधार पर आठ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई थी. अब पीएफआई से कथित तौर पर जुड़े दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

(इनपुट-न्यूज)