NIA ने पटना में PFI ऑपरेटिव के खिलाफ पूरक आरोप पत्र किया दायर
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने कथित गैरकानूनी और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में पीएफआई (Popular Front of India) के एक प्रमुख सदस्य अनवर राशिद के खिलाफ पूरक आरोप पत्र (NIA filed a supplementary chargesheet against a key PFI member Anwar Rashid in Patna) दायर किया है.
एनआईए के मुताबिक, शुक्रवार को पटना में एनआईए विशेष अदालत में भारतीय दंड संहिता की 120बी, 121, 121ए, 122, 153ए और 153बी सहित विभिन्न धाराओं के तहत पूरक आरोप पत्र दायर किया गया. इसके अतिरिक्त, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 10, 13, 17, 18, 20, 38 और 39 के तहत आरोप लगाए गए हैं.
एनआईए ने कहा कि उसकी जांच से पता चला है कि आरोपी अनवर राशिद पूर्व में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (Student Islamic Movement of India) का सदस्य भी था.
“भारत सरकार द्वारा सिमी पर प्रतिबंध के बाद, वह ‘वाहदत-ए-इस्लामी, हिंद’ (Wahdat-e-Islami, Hind) समूह से जुड़ गया. साथ ही वह सिमी की चरमपंथी, गैरकानूनी और हिंसक विचारधारा को बढ़ावा देना जारी रखा. एनआईए ने एक बयान में कहा, ”सिमी पर प्रतिबंध के बाद, इसके सदस्य भारत में इस्लामी शासन की स्थापना के उद्देश्य से वहादत-ए-इस्लामी के प्रति अपनी निष्ठा स्थानांतरित कर दी.”
केंद्रीय एजेंसी के अनुसार, अनवर रशीद ने पूर्व सिमी सदस्यों वाले एक गुप्त समूह को एकजुट करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जो पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) के बैनर तले काम करता.
केंद्रीय एजेंसी के बयान में कहा गया, “सिमी के एक अन्य पूर्व सदस्य अतहर परवेज की संलिप्तता को उजागर करना जरूरी है, जो फुलवारीशरीफ (Phulwarisharif) और पटना के अन्य हिस्सों सहित विभिन्न क्षेत्रों में पीएफआई गतिविधियों के समन्वय के लिए जिम्मेदार था.”
बयान में कहा गया, “अनवर रशीद आतंकी आरोपियों को फंड ट्रांसफर करने में भी शामिल था. इस वित्तीय सहायता का उद्देश्य गैरकानूनी आतंकवादी समूहों के सदस्यों को वैचारिक और तार्किक समर्थन प्रदान करना है. इसके अलावा, उन्होंने वरिष्ठ सिमी नेताओं और विभिन्न आतंकी मामलों के आरोपियों से सूचना और संदेश प्राप्त करने और प्रसारित करने के लिए एक केंद्रीय केंद्र के रूप में कार्य किया. इस मामले में अब तक सभी 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. आगे की जांच जारी है.”