अपराध के खिलाफ राष्ट्रीय वैश्य महासभा देगा महाधरना

पटना (TBN रिपोर्ट) :- बिहार में लॉकडाउन के दौरान भी अपराधों की संख्या में कोई कमी देखने को नहीं मिली है. राज्य में विभिन्न जिलों में अपराधियों द्वारा वारदातों को अंजाम देने के साथ ही अपराध का ग्राफ बढ़ता देख राष्ट्रीय वैश्य महासभा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष पी के चौधरी ने लॉकडाउन की अवधि में प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में व्यवसायियों पर हुए हमले को लेकर नीतीश सरकार के ऊपर निशाना साधा है.
लॉकडाउन में बिहार में वैश्य समाज पर हुए हमले का विवरण देते हुए उन्होंने कहा है कि, “बिहार के भिन्न-भिन्न जिलों में वैश्य समाज (व्यवसायी) के लोग अपराधियों का शिकार हो रहे हैं.
राष्ट्रीय वैश्य महासभा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष पी के चौधरी ने राज्य में वैश्य समाज पर हुए हमले और घटनाओं का तिथिवार व्यौरा जारी कर बताया कि;
24 मार्च को बेगुसराय के वीरपुर थाना अन्तर्गत विक्रम पोद्दार को थाने में हीं पुलिस कस्टडी में रहते मौत होना बेहद गम्भीर मामला है. बेगुसराय जिला के समाजिक कार्यकर्ता संतोष शर्मा द्वारा विक्रम पोद्दार हत्या के मामले को सोशल मीडिया एवं प्रशासनिक स्तर पर उजागर करने के कारण लॉकडाउन के बहाने पुलिस उसे गिरफ्तार कर बेरहमी से पिटाई किया, जिसके कारण ईलाज के दौरान 17 अप्रैल की रात में उसकी मौत हो गयी. दोनों मामला काफी गंभीर है.
29 मार्च को गोपालगंज जिला के कटेया थाना अन्तर्गत व्यवसायी रोहित जायसवाल (15 वर्ष) को असमाजिक तत्वों ने नदी किनारे ले जाकर उसकी हत्या कर दी. केस में नामजद अभियुक्त के द्वारा डराने-धमकाने पर मृतक के पिता ने थाना पर जाकर सूचना देने का प्रयास किया परन्तु थाना के पुलिस द्वारा उसे फटकारते हुए भगा दिया और कहा कि, “अगर डर लगता है तो घर छोड़ भाग जाओ” जिसका वीडीयो भी उपलब्ध है.
18 मार्च को जगतनारायन रोड (कदमकुआं) पटना के व्यवसायी मनोज जायसवाल ट्रेन से राँची के लिए निकले परन्तु वे आज तक गायब है, परिवार के सदस्यों के अनुसार उनका अंतिम लोकेशन पटना जिला के मोकामा बताया जा रहा है.
20 अप्रैल को पटना सिटी के नून का चौराहा गली में युवा व्यवसायी सन्नी गुप्ता की अपराधियों ने निर्मम हत्या कर दी. भयभीत उनके परिवार वालों ने डर एवं खौप से अपना घर तक बेचने के लिए बोर्ड लगा दिया है, यह बेहद शर्मनाक घटना है.
26 अप्रैल को सासाराम जिला के परसथुआ थाना अन्तर्गत दिनेश केसरी की हत्या अपराधियों ने तब कर दी जब वह अपने खेत का पटवन कर रहे थे.
29 अप्रैल को रोहतास में समाजिक कार्यकर्ता सत्येन्द्र साह को अपराधियों ने गोली मार दी, वे अभी अस्पताल में जीवन मौत से जूझ रहे हैं.
राष्ट्रीय वैश्य महासभा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष पी के चौधरी ने कहा है कि, “इसी तरह न जाने किन किन जगहों पर और घटना घटी होगी. सुशासन की सरकार वैश्य वर्ग (व्यवसायी) को सुरक्षा देने में अक्षम साबित हो रही है”. उन्होंने कहा कि, “इन मामलों पर गंभीरता से विचार करने की जरूरत है. लाॅकडाउन समाप्त होने के बाद वैश्य समाज के मान सम्मान की रक्षा के लिए राष्ट्रीय वैश्य महासभा पटना में महाधरना आयोजित कर संघर्ष का शंखनाद करेगा”.