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तेजस्वी के मामा, मामी और भगिना पर जमीन कब्जा करने के मामले में एफआईआर दर्ज

पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राज्य के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के मामा और मामी सहित 5 अन्य लोगों पर पटना से सटे बिहटा थाने में जमीन कब्जाने के आरोप में केस दर्ज (Case filed against Tejashwi Yadav’s Mama for land grabbing) हुआ है. शिकायतकर्ता ने नीतीश कुमार के जनता दरबार (Janata Darbar of Nitish Kumar) में अपनी गुहार लगाई थी जिसके बाद यह केस दर्ज हुआ है.

जानकारी के मुताबिक, भीम वर्मा नामक एक व्यक्ति ने तेजस्वी के मामा सुभाष यादव, उनकी पत्नी रेणु देवी औऱ बेटा रणधीर यादव के खिलाफ जबरन जमीन कब्जाने का मामला बिहटा थाने में दर्ज करवाया है. इन तीनों के अलावा पुलिस ने अन्य चार लोगों का भी केस में नाम दर्ज किया है.

यह है मामला

शिकायतकर्ता भीम वर्मा के मुताबिक, नेउरा में उसकी जमीन है जिसकी कीमत लगभग 96 लाख रूपये है. उसके पिता इसे बेचना चाहते थे. इसलिए उन्होंने गांव में रहने वाले अरुण नामक जमीन के दलाल के साथ 3 महीने का एग्रीमेंट किया था. यह एग्रीमेंट सिर्फ 90 दिनों के लिए किया गया था, लेकिन तीन साल हो गए, जमीन नहीं बिकी. फिर एक दिन सुभाष की पत्नी रेणु देवी ने पटना स्थित आवास पर उसके पिताजी को बुलाया. वहां पर जमीन की पूरी एग्रीमेंट का उन्होंने जिक्र किया.

भीम के मुताबिक, साल 27 फरवरी 2021 में सुभाष यादव ने फोन कर बुलाया. वहां जाने पर देखा कि अरुण (दलाल) पहले से ही बैठा हुआ है. वहां दलाल ने भीम से कहा कि सुभाष जी जो भी तय करेंगे, वह हम करेंगे. यह जमीन इन्हीं को दे दीजिए.

इसके बाद यह तय हुआ कि पूरी जमीन के लिए उसे 96 लाख रूपये दिए जाएंगे. फिर 60.5 लाख रूपये देकर जमीन की रजिस्ट्री करवाई गई. बाकी पैसों की मांग करने पर सुभाष यादव ने भीम को धमकाया. फिर उसकी मां और भाई को बंधक बना लिया और जो पैसे दिए थे, वह भी ले लिए. साथ ही सुभाष ने धमकी दी कि अगर किसी को शिकायत करेगा तो बुरा परिणाम झेलना पड़ सकता है.

जनता दरबार में पहुंचा मामला

बताते चलें, पीड़ित भीम वर्मा अपनी इस शिकायत को लेकर नीतीश कुमार के जनता दरबार पहुंच कर मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई थी. इसपर मुख्यमंत्री ने संबंधित अधिकारियों से मामले की जांच करते हुए उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया था. उसके बाद इस पूरे मामले की जांच पटना डीएम चंद्रशेखर और एसएसपी राजीव मिश्रा ने मिलकर की. मामले की जांच के बाद सुभाष यादव व अन्य 5 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है.