बिहारशरीफ: पुलिस ने किया दंगे में सोशल मीडिया के माध्यम से षडयंत्र का पर्दाफाश, काण्ड दर्ज
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| बिहार पुलिस ने रामनवमी के अवसर पर बिहारशरीफ़ में हुए साम्प्रदायिक घटना में सोशल मीडिया के माध्यम से किए गए षडयंत्र का पर्दाफाश कर दिया है. इस बात की जानकारी रविवार को बिहार पुलिस की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है.
इस प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, आर्थिक अपराध इकाई, जो राज्य में साइबर अपराधों पर प्रभावी रोक-थाम लगाने हेतु बिहार पुलिस की नोडल एजेंसी एवं विशिष्ट इकाई है, को कांड से संबंधित कुछ साक्ष्य मिलें. इसके आधार पर कांड दर्ज कर 05 की गिरफ़्तारी की गई है.
विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म से किया गया षड्यन्त्र
विज्ञप्ति में कहा गया है कि नालन्दा जिलान्तर्गत बिहार शरीफ में रामनवमी पर्व के दौरान एवं इसके पश्चात् साम्प्रदायिक हिंसा की घटना घटी, जिसमें जान-माल की क्षति हुई. इन घटनाओं में Cyber Space में उन्मादपूर्वक धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले सन्देशों, अन्य साम्प्रदायिक रूप से आपत्तिजनक सन्देशों एवं पोस्टों की दंगा एवं साम्प्रदायिक हिंसा भड़काने में अहम भूमिका थी. विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से बिहारशरीफ में उत्पन्न हुई गम्भीर विधि-व्यवस्था एवं साम्प्रदायिक उन्माद की जाँच हेतु आर्थिक अपराध इकाई में एक विशेष जाँच दल का गठन किया गया.
इस दल के द्वारा बिहारशरीफ जाकर स्थलीय जाँच की गई और विभिन्न स्त्रोतों से Social Media Platform एवं Cyber Space में प्रसारित किये जा रहे सम्वादों एवं सन्देशों का गहन विश्लेषण किया गया, जिन्होंने साम्प्रदायिक हिंसा एवं विधि-व्यवस्था की गम्भीर समस्या को उत्प्रेरित किया था.
डिजिटल साक्ष्य के आधार पर कांड दर्ज
प्रारम्भिक स्थलीय जाँच एवं संकलित डिजिटल साक्ष्य के आधार पर 15 नामजद अभियुक्तों एवं अन्य संदिग्धों के विरुद्ध आर्थिक अपराध थाना काण्ड संख्या – 07/ 2023, दिनांक 08.04.2023, धारा – 153/153A(1)(a)/153A(1)(b) (1)(c)/297/505(1)(b)/505 (1) (c)/120 (B) भादवि एवं धारा 66/66 (F) I.T. Act, 2000 दर्ज कर इसका अनुसंधान प्रारम्भ किया गया है.
एक सोची-समझी और सुनियोजित षडयंत्र
विज्ञप्ति के अनुसार, अभी तक के अनुसंधान के क्रम में पता चला कि कुछ Vested Interest Group / संगठनों के द्वारा एक सोचे-समझे एवं सुनियोजित षडयंत्र के तहत रामनवमी जुलूस की आड़ में धार्मिक उन्माद एवं साम्प्रदायिक हिंसा फैलाने का कार्य किया गया. साइबर / सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से साम्प्रदायिक उन्माद / धार्मिक कटुता तथा एक सम्प्रदाय विशेष के प्रति भ्रामक सन्देशों एवं खबरों को प्रसारित करने में इनकी अहम भूमिका थी.
पाँच गिरफ्तार
छापामारी के क्रम में 05 नामजद अभियुक्तों – मनीष कुमार, तुषार कुमार ताँती, धर्मेन्द्र मेहता, भूपेन्द्र सिंह राणा, एवं निरंजन पाण्डेय को गिरफ्तार करने में सफलता मिली. अभियुक्तों के पास से 05 मोबाइल फोन भी जप्त किये गये हैं, जिनका इस्तेमाल कन्टेंट अपलोड करने के लिए किया गया था. पुलिस के अनुसार अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु छापामारी की जा रही है.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि काण्ड के अनुसंधान एवं अग्रतर कार्रवाई हेतु वरीय पदाधिकारी के निदेशन में एक विशेष जाँच दल का गठन किया गया है. अनुसंधान के क्रम में सभी सुसंगत डिजिटल साक्ष्यों को संकलित करते हुए प्राथमिकता के आधार पर काण्ड का गुणवत्तापूर्ण अनुसंधान सुनिश्चित कराया जाएगा.