लॉकडाउन में पुलिस टीम पर हमला
मोतिहारी (संदीप फिरोजाबादी की रिपोर्ट) | बिहार सरकार कोरोना से निपटने के लिए तमाम प्रयास कर रही है. लेकिन कुछ लोग राज्य सरकार के प्रयासों को विफल करने में लगे हैं. कभी लोग सरकार द्वारा दिए गए दिशा निर्देशों का पालन न करते हुए लॉकडाउन तोड़ने की कोशिश करते हैं और कभी कोरोना को हराने में लगे हुए स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन के द्वारा किये गए कार्यों में अड़चन पैदा करते हैं.
ऐसी ही एक ताजा खबर मोतिहारी से सामने आ रही है. खबर के अनुसार ग्रामीणों को सोशल डिस्टेंसिंग बताने गयी पुलिस पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया. ग्रामीणों द्वारा गश्ती टीम पर हमला किया गया जिसमे सात पुलिस कर्मी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं जिनको अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार पकड़ीदयाल थाना क्षेत्र के सिसहनी गांव में लॉकडाउन के दौरान गश्ती कर रहे पुलिसकर्मियों ने गश्ती के दौरान बाहर निकले युवकों को घरों में जाने व मास्क लगाने को कहा तो ग्रामीण भड़क गए.सैकड़ो की संख्या में पुरुष-महिला ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला बोल दिया.
ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा है. यहाँ तक कि ग्रामीणों ने महिला पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्शा. ग्रामीणों द्वारा किये गए इस हमले में महिला पुलिस कर्मी सहित सात पुलिसकर्मी बुरी तरह से घायल हो गए. घटना की खबर मिलने पर दल बल के साथ एसपी और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं. सभी घायल पुलिसकर्मियों को पकड़ीदयाल अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
बता दें बिहार में पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम पर लगातार होते हमलों को देखते हुए बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने पिछले दिनों चेतावनी देते हुए कहा था कि, “हमला करने वाले कोई भी हो उसको वह छोडेंगे नहीं. उसको जेल में सड़ा देंगे”. इसके साथ ही डीजीपी ने कहा था कि, “हमला करने वाले कोई भी वह किसी भी जाति के हो उनको छोड़ेंगे नहीं. चाहे वह किसी पार्टी के ही क्यों न हो. कोई पैरवी काम नहीं आएगा.