अनियमितता और भ्रष्टाचार की आरोपी सीडीपीओ चार प्रखंडों के प्रभार में
Last Updated on 2 years by Nikhil

बगहा (इमरान अजीज – The Bihar Now रिपोर्ट)| पश्चिम चंपारण ज़िला में समेकित बाल विकास परियोजना यानी आईसीडीएस कार्यालय गड़बड़ी और भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. ये हम नहीं कह रहे हैं बल्कि आईएएस अधिकारी की जांच रिपोर्ट पत्र ही इस मामले का पुख्ता सबूत दे रहा है.
दरअसल पूरा मामला आईसीडीएस कार्यालय के सीडीपीओ अनिता कुमारी से जुड़ा है जिन पर अनियमितता और भ्रष्टाचार के कई गम्भीर आरोप लगे हैं और आईएएस अधिकारी ने उन्हें बर्खास्त करने की अनुशंसा भी की है. बावजूद इसके सीडीपीओ चार प्रखंडों के प्रभार में चल रही हैं और यदि कोई किसी मामले की जानकारी लेना चाहता है तो सत्ता का धौंस दिखाने से गूरेज नही करती हैं.
बताया जा रहा है कि बगहा-2, मधुबनी, पीपरासी और रामनगर प्रखंड के सीडीपीओ पद पर कार्यरत अनिता कुमारी का रसूख प्रशासनिक महकमे में इतना हावी है कि कई गम्भीर आरोप लगने के बावजूद तथा जिला के तत्कालीन जिलाधिकारी द्वारा दो दो बार प्रपत्र-क की अनुशंसा करने के बाद भी समेकित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी का जलवा और दबदबा अब भी कायम है. तभी तो वह चार प्रखंडो के प्रभार की शोभा बढा रही हैं. इसको लेकर माले विधायक विरेंद्र गुप्ता ने भी सरकार और प्रशासन के कार्यशैली पर सवाल उठाते सीएम नीतीश कुमार से जांच और कार्रवाई की मांग किया है.
बता दें कि अनिता कुमारी जब बगहा एक प्रखंड के सीडीपीओ पद पर कार्यरत थी तो उनपर पोषाहार वितरण, सेविका बहाली मे अनियमितता, सेविकओं को धमकाने और भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. जिसके बाद उनपर तत्कालीन एसडीएम विजय प्रकाश मीणा द्वारा प्रपत्र-क की अनुशंसा की गई. लेकिन दोषी पाएं जाने के बाद भी उनपर कोई कार्रवाई नही हुई. ऊपर से उन्हें चार प्रखंडो का प्रभार दे दिया गया है.
अब एक बार फिर सीडीपीओ पर सेविका चयन में भारी अनियमितता बरतने के आरोप लगे हैं. रामनगर प्रखंड के केंद्र संख्या 87,120, 220 और 221 हरदिया और मुजरा की सेविकओं ने आरोप लगाया है कि सीडीपीओ ने अन्य लोगों से नजराना लेकर इन सेविकाओं की बहाली रद्द कर दी है. इतना ही नही कई केन्द्रों पर इनके द्वारा पोषक क्षेत्र में जाति की बहुलता में बदलाव कर नियमों की अनदेखी में बहाली प्रक्रिया करने का आरोप लगा है.
हालांकि एक बार फिर सीडीपीओ अनिता देवी सवालों के घेरे में है. पीड़ित लोगों ने बगहा एसडीएम शेखर आनन्द को लिखित आवेदन देकर अनियमितता के बाबत शिकायत दर्ज कराया है जिसके बारे में बगहा एसडीएम ने जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है.
वहीं शिकायत के बाद जब हमारे संवाददाता ने सीडीपीओ से सवाल पूछा तो वे बदसलूकी पर उतर आईं और सत्ता का धौंस दिखाते हुए रामनगर विधायक से बात करवाने के लिये दबाव बनाने लगी.
ज़िला के एक आईएएस अधिकारी द्वारा प्रपत्र “क” के तहत बर्खास्त करने की अनुशंसा के बावजूद दोषी सीडीपीओ को चार चार प्रखंडो की जिम्मेदारी सौपना कई सवालों को जन्म देता है. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारी, जिनपर कई गंभीर आरोप लगे और जांच में सही पाए गए हैं, उनपर कोई कार्रवाई होती भी है या नहीं…