राजधानी से सटे फतुहा में खूनी संघर्ष में 3 की मौत, 1 घायल
पटना (TBN – The Bihar Now डेस्क)| राजधानी पटना से सटे फतुहा में गुरुवार देर रात महज 400 रुपये के लिए 3 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया. पटना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है.
बताया जा रहा है कि गुरुवार रात फतुहा थानांतर्गत सुर्गापार तथा निआजीपुर गांव के रहने वाले एक ही समुदाय के लोगों के बीच दूध के महज 400 रुपए बकाये के कारण दो गुटों के बीच फायरिंग हो गई. इस फायरिंग में 3 व्यक्तियों की मृत्यु घटनास्थल पर ही हो गई जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल युवक का इलाज पटना में चल रहा है. पटना पुलिस द्वारा अभियुक्तों की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है और दोनों पक्षों से 11 लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है. पूरे एरिया में पुलिस कैंप कर रही है.
गोलीबारी में मारे गए व्यक्तियों की पहचान सुरगा गांव निवासी जय सिंह (उम्र 50 साल), शैलेश कुमार (उम्र 35 साल) और प्रदीप कुमार (उम्र 30 साल) के रूप में हुई है. जबकि 22 साल का युवक मिंटू कुमार गोलीबारी में घायल है. घायल युवक को पटना के एनएमसीएच में भर्ती कराया गया है.
पुलिस कर रही कैंप
घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. गांव में तनाव के माहौल को देखते हुए पुलिस यहां कैंप कर रही है. घटना के बाद मौके पर पटना ग्रामीण एसपी, फतुहा डीएसपी मौके पर पहुंचे. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आसपास के थानों से भी पुलिल बल को बुला लिया गया. घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है. वहीं परिवार में चीख पुकार मच गया.
इधर घटना के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि दूध के बकाया चार सौ रुपए को लेकर गांव में पंचायत बैठनी थी. गांव के कुछ लोग इस विवाद पर दोनों पक्षों को साथ बैठाकर इस विवाद को खत्म करने वाले थे. लेकिन इससे पहले ही बात इतनी बढ़ गई की तीन लोगों की हत्या कर दी गई.
पटना एसएसपी ने घटना के बारे में बताया कि गोली दोनों तरफ से चली है. एक पक्ष से जय सिंह जबकि दूसरे पक्ष से प्रदीप आमने सामने था. इसके साथ ही पुलिस ने जमीन विवाद की भी बात कही है.
पहले भी हुई थी मारपीट
वहीं फतुहा के डीएसपी सिया राम यादव ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि करीब 3 महीने पहले भी दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ था. उस वक्त दोनों के बीच एक जमीन को लेकर मारपीट हुई थी. हालांकि उस वक्त आस-पड़ोस के लोगों ने दोनों पक्षों को साथ में बैठाकर इस मामले का हल निकाल लिया था.