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बैकफुट पर आई सरकार का डैमेज कंट्रोल है नई नियुक्ति की घोषणा

पटना (TBN – अनुभव सिन्हा)| महागठबंधन (Mahagathbandhan) की सरकार और विपक्ष की तनातनी को सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने कम करने की दिशा में कदम उठाने का संकेत दिया है. सरकारी पदों पर नियुक्ति को लेकर तनातनी के बीच पुलिस विभाग में सरकार 44 हजार नई नियुक्तियां करेगी.

महागठबंधन की सरकार जल्द ही अपने तीन महीने पूरे करने वाली है. इस बीच सरकारी पदों पर बहाली के मामले में सरकार के ट्रैक रिकार्ड को विपक्ष ने गलत बताया है और इसी वजह से तनातनी है. हालांकि अभीतक विपक्ष के आरोपों का खण्डन नहीं होने से सरकार बैकफुट पर है, विपक्ष अपने आरोपों को सही ठहराने में कामयाब है जिसे देखते हुए पुलिस विभाग में जल्द ही 44 हजार नई नियुक्तियों की घोषणा सीएम नीतीश कुमार ने बुधवार को की.

बुधवार को गांधी मैदान (Gandhi Maidan) में आयोजित पुलिसकर्मी नियुक्ति पत्र वितरण समारोह (policeman appointment letter distribution ceremony) में सीएम ने यह घोषणा की. 44 हजार पुलिसकर्मियों की नियुक्ति महागठबंधन सरकार की पहली नियुक्ति होगी. क्योंकि महागठबंधन सरकार ने अगस्त के अंतिम सप्ताह से काम शुरू करने के बाद अभीतक राजस्व, स्वास्थ्य, पंचायती राज और पुलिस विभाग में जितने नियुक्ति पत्र बांटे, वह झूठे साबित हुए हैं. झूठे इसलिए कि विपक्ष के आरोपों का खण्डन सरकार के स्तर से अभीतक नहीं आया.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल (BJP State President Sanjay Jaiswal) के अनुसार 2020 में चुनाव जीत कर फिर सत्ता में आई एनडीए सरकार ने इस वर्ष अगस्त के पहले तक शिक्षकों के 1.15 लाख और अन्य विभागों के 1 लाख पदों पर बहाली की मंजूरी दी थी. अभीतक सरकार ने जितने भी नियुक्ति पत्र बांटे हैं, वह सभी एनडीए सरकार के समय की हैं और दुबारा उन सभी कर्मियों को नियुक्ति पत्र देकर वास्तव में जनता की गाढ़ी कमाई से सरकार ने नौकरी देने के अपने पाखण्ड को ही पूरा किया है. सरकार का मजाक इसीलिए उड़ाया जा रहा है.

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हांलाकि भाजपा के आरोपों का खण्डन सरकार की तरफ से नहीं हुआ, फिर भी 44 हजार पुलिसकर्मियों की बहाली महागठबंधन सरकार की नई घोषणा है जो उसके काल में होगी. यह दूसरी बात है कि इन 44 हजार नई नियुक्तियों में कितना समय लगता है. मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद पहले विज्ञापन निकाला जायेगा, उसके बाद अगली प्रक्रिया अपनाई जायेगी.

यह कहा जा सकता है कि भाजपा जिसे नियुक्ति घोटाला बता रही है, उस विवाद को समाप्त करने की गरज से ही मुख्यमंत्री ने 44 हजार पुलिसकर्मियों की बहाली की नई घोषणा की.